Railway Station : चारबाग रेलवे स्टेशन पर उमड़ी यात्रियों की भारी- भीड़ !

Charbagh Railway Station : लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण की कमी और सुरक्षा उपायों की लापरवाही के कारण किसी बड़ी घटना का खतरा बना हुआ है। अगर दिल्ली के कश्मीरी गेट और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई हालिया घटनाओं से सबक नहीं लिया गया, तो चारबाग जैसे व्यस्त स्टेशन पर भी ऐसी भगदड़ या हादसा हो सकता है। चारबाग रेलवे स्टेशन पर भारी यात्री भीड़ अक्सर देखी जाती है, खासकर त्योहारों और छुट्टियों के दौरान। इस भीड़ को सही तरीके से नियंत्रित न किया गया, तो अफरा-तफरी मचने का खतरा बढ़ सकता है। अगर यात्रियों को ट्रेनों के संचालन और प्लेटफार्मों पर सही दिशा-निर्देश नहीं मिलते, तो स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।

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यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान के लिए जाने वालों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। नई दिल्ली रेलवे
स्टेशन पर प्रयागराज की ट्रेन पकड़ने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की उमड़ी भारी-भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई। इससे 18 लोगों की मौत हो गई। शनिवार रात करीब दस बजे मची भगदड़ में 20 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वहीं लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन की बात करें तो शनिवार शाम 5:15 बजे तक यह यात्रियों से खचाखच भर चुका था।
सभी की निगाहें ट्रैक पर थी। गंगा गोमती एक्सप्रेस को दूर से आते ही देख भीड़ में हलचल मच गई। ट्रेन के रुकते ही लोग
बोगियों पर टूट पड़े। बीते दो दिनों से लखनऊ से महाकुंभ जाने वालों की संख्या कम नजर आई। हालांकि, शनिवार को एक बार फिर श्रद्धालुओं का रेला नजर आया। इसे संभालने में जीआरपी व आरपीएफ जवानों की सांसें फूल गईं। बरेली-प्रयागराज एक्सप्रेस समेत प्रयागराज जाने वाली हर ट्रेन फुल रही।

खिड़कियों तक से कोचों में घुसने की मारामारी दिखी। लोग एक-एक सीट के लिए मशक्कत करते नजर आए। गंगा गोमती एक्सप्रेस में हालात ऐसे रहे कि महिला, दिव्यांग ही नहीं, गार्ड के कोच तक पर यात्रियों ने कब्जा कर लिया। ऐसे में गार्ड ने जीआरपी व आरपीएफ जवानों को बुलाकर कोच खाली करवाया। महिला कोच की हालत ऐसी रही कि महिलाएं बाहर और पुरुष अंदर थे। भीड़ को देखते हुए महिलाएं अंदर घुसने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। मौके पर पहुंचे जवानों ने कुछ
महिलाओं को सीटों पर बिठाया। यही हाल दिव्यांग कोच का था।

अतिरिक्त बसों ने दिया सहारा..

लखनऊ से प्रयागराज जाने के लिए बसों का ही सहारा है। यात्रियों की सहूलियत के लिए रोडवेज ने 185 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की थी। ऐसे में जिन्हें ट्रेनों में जगह नहीं मिली, वे आलमबाग टर्मिनल से बसों से प्रयागराज गए। बस अड्डे पर मारामारी की स्थिति नहीं दिखी। महाकुंभ जाने वाली नियमित ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। उधर, स्पेशल ट्रेनों की बुकिंग खुलते ही फुल हो गई। शनिवार को छह स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज के लिए रवाना हुईं। इनमें स्लीपर से लेकर एसी बोगियों तक में यात्रियों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल सके। लखनऊ से बड़ी संख्या में महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे लोगों की सुविधा के लिए उत्तर रेलवे
प्रशासन ने छह कुंभ स्पेशल ट्रेनें चलाईं। हालांकि, इनमें भी सीट के लिए मारामारी दिखी।

उधर, त्रिवेणी एक्सप्रेस शनिवार को निरस्त रही। रविवार को यह रिग्रेट चल रही है। बरेली-प्रयागराज एक्सप्रेस की स्लीपर में 200, थर्ड एसी में 63, सेकेंड में 31 वेटिंग है। नौचंदी एक्सप्रेस की स्लीपर में 48, थर्ड, सेकेंड व फर्स्ट एसी में क्रमशः 32, 12, 18 वेटिंग है। लखनऊ-प्रयागराज इंटरसिटी की चेयरकार में 80, गंगा गोमती एक्सप्रेस की चेयरकार में 60, योगनगरी ऋषिकेश-प्रयागराज एक्सप्रेस की स्लीपर में 96, थर्ड एसी में रिग्रेट व सेकेंड में 25 वेटिंग चल रही है। 04526 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल, 04601 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल में यात्रियों को सीटें नहीं मिल सकीं। इसके अलावा 04408 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल, 04066 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल, 04022 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल, 04528 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल व 04316 फाफामऊ-कुंभ स्पेशल में यात्रियों को खाली सीटें नहीं मिल सकीं।

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