जमशेदपुर। चक्रधरपुर मंडल में रेलवे के एक अधिकारी का ट्रेन से जूता चोरी हो गया। इन्होंने मामले की लिखित शिकायत टाटानगर जीआरपी से की है। हालांकि, अब यह एक चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि साहब का जूता काफी महंगा है।
सीट के नीचे जूता उतार कर रख थे साहब
मामला 24 अक्टूबर का है। चक्रधरपुर मंडल के असिस्टेंट डिवीजन मैनेजर इलेक्ट्रिकल (क्रू एंड वैगेन) 27 वर्षीय अधिकारी गौरव पटना से 23 अक्टूबर को 13288 साउथ बिहार एक्सप्रेस से वापस टाटानगर आ रहे थे।
संबधित अधिकारी ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह कोच नंबर ए-1 में सीट नंबर 25 से आ रहे थे। पटना साहिब से रात में लगभग नौ बजे ट्रेन खुलने पर उन्होंने अपना जूता सीट के नीचे उतार रख दिया था।
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साहब का जूता ढूंढ़ने में लगे रेलवे के अधिकारी
24 अक्टूबर जब ट्रेन सुबह लगभग आठ बजे टाटानगर पहुंची और तो उनका जूता सीट के नीचे से नदारद मिला। अधिकारी ने अपने स्तर से जूते की तलाश की, लेकिन जूता नहीं मिला।
मामले की लिखित शिकायत मिलने के बाद एक बार फिर ट्रेन में यात्री सुरक्षा व सामानों की सुरक्षा बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
वहीं, घटना के बाद रेलवे के अधिकारी साहब का जूता ढूंढ़ने में लग गए हैं क्योंकि फर्स्ट क्लास एसी कोच से सामान चोरी होना, वह भी साहब का, कीमत सुनकर रेलवे अधिकारियों की सांस फूल रही है, साथ ही अब पता लगाया जा रहा है कि उक्त कोच में किस पेंट्री मैन की ड्यूटी लगी थी।
इतने हजार का था जूता
लिखित शिकायत में दी गई जानकारी में पता चला है कि रेलवे अधिकारी का जूता 19 हजार 800 रुपये का था। एडिडास कंपनी का जूता अल्ट्रा बोल्ट माॅडल का काले रंग का था।
इस घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों में चर्चा है कि इतने में तो वे 10 जूते खरीद लेते, लेकिन चोरी हुए जूते को तलाश भी करना है क्योंकि जूता साहब का जो है, जो रेलवे के बड़े अधिकारी हैं।