बिना लाइसेंस सूदखोर के मकड़ जाल में फंसकर बर्बाद हो रहे लोग
पीलीभीत। बिलसंडा नगर में बगैर लाइसेंस के सूदखोरी का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है अवैध रूप से कारोबार करने वाले लोग तो मालामाल हो रहे हैं। लेकिन माल गिरवी डालकर ब्याज पर रकम लेने वाले लोग समय पर अदाएगी न कर पाने की वजह से बर्बाद हो रहे हैं अवैध रूप से सूदखोरी का कारोबार कर रहे लोगों पर शिकंजा कसने और पीड़ितों को सूदखोरों से निजात दिलाने के लिए सरकार ने ऑपरेशन मुक्ति अभियान की शुरुआत तो की लेकिन यह कार्रवाई पीलीभीत जनपद में कागजों में ही सिमटकर रह गई है। हालांकि ऑपरेशन मुक्ति के लिए प्रत्येक जिले में एएसपी को नोडल अधिकारी बनाया गया परंतु आज तक किसी भी सूदखोर पर प्रशासन के द्वारा शिकंजा नहीं कसा गया है। बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव भदेंग कन्जा निवासी रामऔतार ने बताया कि पिछले 2 साल पूर्व शाहजहांपुर जनपद की सीमा रेखा एवं बिलसंडा थाना क्षेत्र की सीमा रेखा पर स्थित गांव भटपुरा में एक सर्राफा व्यापारी की दुकान पर जरूरत पड़ने पर सोने व चांदी के जेवरात गिरवी रखे थे उन्होंने बताया 6 माह बाद जब अपना माल छुड़ाने पहुंचा तो उससे पहले ही सर्राफा व्यापारी अपनी दुकान समेटकर रातों-रात रफू चक्कर हो गया l जिस कारण आस पड़ोस में पूछताछ करने पर ग्रामीणों ने बताया कि सर्राफा व्यापारी बिलसंडा नगर के मोहल्ला पक्का तालाब का निवासी है और वह अपनी सराफा की दुकान आए दिन बदलता रहता है l
यही वजह है कि जेवरात स्वामी ने कई माह तक सर्राफा व्यापारी की दुकान की खोजबीन करते हुए दुकान तक जा पहुंचे लेकिन मौके पर दुकान बंद मिली l इसके बाद जब आसपास के लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि सर्राफा व्यापारी की दुकान आए दिन बंद रहती है बताते हैं कि जेवरात स्वामी अपने घर की महिलाओं के साथ सर्राफा व्यापारी की तलाश में पूछताछ करते हुए कस्बा बिलसंडा पहुंच गया जब जेवरात स्वामी ने लोगों को अपनी आप बीती सुनाई और मकान का पता पूछा। तो नगर वासियों ने पीड़ित ग्राहकों को सर्राफा व्यापारी के घर का पता बता दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेवरात स्वामी एवं उसके परिजन प्रातः काल सोमवार को सर्राफा व्यापारी के दरवाजे पर पहुंच गए और दरवाजा खटखटाते हुए आवाज लगाई। सर्राफा व्यापारी ने ग्राहकों को विंडो से देख लिया और बातचीत करने की बजाय घर में छुपा बैठा रहा सर्राफा व्यापारी के परिजनों ने टरकाने के उद्देश्य से कहा वह तो मंदिर गए हुए हैं। जिस कारण जेवरात स्वामी के साथ महिलाओं ने सर्राफा व्यापारी के दरवाजे पर ही काफी देर तक डेरा जमा लिया सर्राफा व्यापारी के दरवाजे पर खड़ी सर्राफा व्यापारी की बाइक को देखकर महिलाएं समझ गई कि सर्राफा व्यापारी घर में ही छुपा है तभी महिलाएं भड़क गई और महिलाओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
जिस कारण मोहल्ले में काफी भीड़ जमा हो गई जेवरात स्वामी के साथ महिलाओं ने सर्राफा व्यापारी के परिजनों को थाने पर शिकायत करने की जब धमकी दी और थाने की और जाने लगे उसी दौरान कानूनी कार्रवाई के डर से सर्राफा व्यापारी दरवाजा खोलकर बाहर आ गया सर्राफा व्यापारी ने जेवरात स्वामी के साथ महिलाओं को अपने घर के अंदर बुलाकर आओ भगत करते हुए।समझा बुझाकर दूसरे दिन जेवरात देने का आश्वासन दे दिया। अब देखना क्या है कि सर्राफा व्यापारी ग्राहकों के जेवरात वापस लौटाएगा या नहीं बहरहाल यह मामला नगर में चर्चा का विषय है