कोलकाता। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चल रहे आंदोलन के बीच, छात्रों की मांगों को मानते हुए अस्पताल की सुरक्षा का दायित्व संभाल रहे एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस) रैंक के अधिकारी को अस्पताल की जिम्मेदारी से हटा दिया गया है। कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के आदेश पर तत्काल प्रभाव से एसीपी को हटाया गया है।
आर.जी. कर अस्पताल में शुक्रवार को एक महिला डॉक्टर का शव अस्पताल के आपातकालीन विभाग के चौथे मंजिल पर स्थित सेमिनार कक्ष से बरामद किया गया था। आरोप है कि उसकी हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। इस घटना के बाद अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आंदोलनकारी छात्रों की प्रमुख मांगों में एसीपी को हटाना शामिल था। रविवार शाम को पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने आंदोलनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की थी। इसके बाद ही उनकी मांग को स्वीकार करते हुए एसीपी को आर.जी. कर अस्पताल की जिम्मेदारी से हटा दिया। इसके अलावा, अस्पताल के भीतर स्थित पुलिस चौकी में कई दिनों से खाली पड़े अतिरिक्त ओसी (ऑफिसर-इन-चार्ज) के पद पर इंस्पेक्टर शुभ्रांशु मुदली को नियुक्त किया गया है, जिन्हें तुरंत काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस ने पहले ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो अस्पताल का कर्मचारी नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, संजय राय नाम का गिरफ्तार व्यक्ति सिविक वोलंटियर है, हालांकि पुलिस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इस घटना के बाद से अस्पताल के अंदर की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं, खासकर जब अस्पताल में पुलिस चौकी होने के बावजूद ऐसी घटना घटित हुई।
आंदोलनकारी डॉक्टरों ने अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट, प्रिंसिपल और पल्मोनरी विभाग के प्रमुख के इस्तीफे की भी मांग की है। उनका कहना है कि सिर्फ जिम्मेदारी से हटाना पर्याप्त नहीं है, बल्कि इन अधिकारियों को लिखित में माफी भी मांगनी होगी।