पीडब्ल्यूडी के एई पर अतिक्रमणकारियों से साठगांठ का आरोप

शिवार्चन तालाब सफाई की ओट में फलफूल रहा दबंग का साम्राज्य

बाराबंकी। उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शिवतीर्थ श्री लोधेश्वर महादेवा के शिवार्चन तालाब की सफाई दौरान पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियन्ता पर अतिक्रमणकारियों के रक्षण एवं संरक्षण का आरोप लगाते हुये एक शिवभक्त ने उप जिलाधिकारी रामनगर को पत्र प्रेषित किया है। कानपुर निवासी शिवभक्त वरूण सिंह ने पत्र में कहा कि, पौराणिक तीर्थ महादेवा में शिवार्चन तालाब भूमि पर अतिक्रमण से मठ मंदिर में जलभराव व शिवभक्तों की आस्था के दृष्टिगत जिलाधिकारी की सहृदयता एवं दिशा निर्देशन में उक्त शिवार्चन तालाब की सफाई लोक निर्माण विभाग द्वारा कराई जा रही है। पीडब्ल्यूडी खण्ड-3 के सहायक अभियन्ता उदित भटनागर द्वारा अतिक्रमणकारियों से सांठगांठ कर तालाब का स्वरूप बदलने तथा अतिक्रमणकारियों के रक्षण एवं संरक्षण किया जा रहा है। तालाब से निकलने वाली मिट्टी एक तरफ अर्थात अतिक्रमणकारियों के आसपास पटाई कर उनके द्वारा किये गये कब्जे व निर्माण को वृहद रूप दिया जा रहा है। यह मिट्टी दूसरी ओर भी एकत्रित की जा सकती थी, जो नहीं किया गया है। रानी हवेली को भी अतिक्रमणकारियों के इशारे पर क्षतिग्रस्त किया जा रहा है।

पत्र में आगे एसडीएम रामनगर को लिखा गया कि, आप भिज्ञ हैं कि, तहसील रामनगर के महादेवा में शिवार्चन तालाब भूमि के बड़े भूभाग पर दबंग रियाज़ का कब्जा है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख भी किया है। डेढ़ वर्ष बाद भी रियाज पुत्र कल्लू तेली, जिस पर गुण्डा एक्ट की कार्यवाही प्रचलित होने के बाद भी उसने पवित्र सरोवर भूमि पर कब्जा कर कॉम्प्लेक्स बना डाला और तहसील प्रशासन मुख ताकता रहा। रियाज व उसके अतिक्रमणकारी साथियों पर वांछित कार्यवाही अब तक नहीं की जा सकी। अतिक्रमणकारियों के रक्षण, संरक्षण में रूचि विशेष के कारण आपके साथ डीएम और एसएचओ रामनगर को भी उच्च न्यायालय द्वारा अवमानना नोटिस से दो चार होना पड़ा। जो, वर्तमान में विचाराधीन उच्च न्यायालय है। स्मरणीय है कि, अवैध अतिक्रमण को स्वीकार करते हुए तहसील प्रशासन ने न्यायालय को कार्यवाही का लिखित आश्वासन दिया था। न्यायालय को कार्यवाही के प्रति आश्वास्त कर यहां भूमाफिया को निर्माण कार्य की अनुमति दी गई। मौके के चित्र तथा तत्कालीन एसडीएम से पत्राचार का साक्ष्य पर न्यायालय ने अवमानना के नोटिसजारी की थी। जो अभी तक प्रचलित एवं विचाराधीन है। फिर भी, अतिक्रमणकारी रियाज से प्रेम कम नहीं हुआ। रियाज को बराबर लोक निर्माण विभाग के अभियन्ताओं से मिलते-जुलते देखा जा रहा है और वह मनमुताबिक काम कर रहा है। शिवभक्त वरूण ने एसडीएम से अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

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