मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को लेफ्टिनेंट कर्नल अर्टोम जोगा को रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में नियुक्त किया है। लेफ्टिनेंट कर्नल अर्टोम फिलहाल उरल्स संघीय जिले में क्रेमलिन के दूत हैं। पूर्वी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले डोनेट्स्क क्षेत्र में पदस्थ रहे इस सैन्य अधिकारी ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से पुतिन से 2025 का अगला चुनाव फिर से लड़ने का आग्रह कर प्रसिद्धि पाई थी।
मॉस्को टाइम्स की खबर के अनुसार राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के अनुभवी अर्टोम को इस महीने की शुरुआत में उरल्स संघीय जिले में अपने दूत के रूप में नियुक्त किया। यह रूस के विशाल सैन्य औद्योगिक क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
लेफ्टिनेंट कर्नल अर्टोम रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के 21 गैर स्थायी सदस्यों में से होंगे। परिषद में 13 स्थायी सदस्य होते हैं। इनमें प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के नेता और उच्च पदस्थ विधायी और कार्यकारी अधिकारी शामिल होते हैं। राष्ट्रपति पुतिन सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष हैं। पूर्व रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु सचिव और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद प्रभावशाली निकाय है। इस निकाय की प्रमुख नीतिगत बदलावों में अहम भूमिका होती है। यही परिषद अंतर-एजेंसी विवादों की मध्यस्थता करती है।