पंजाब: गुरुद्वारे से चोरी के आरोपी को भीड़ ने पीट-पीटकर डाला मार…

पंजाब के मोगा जिले में एक व्यक्ति को गुरुद्वारे से चोरी करने के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। करम सिंह नाम के इस शख्स की करीब 10 दिन पहले हुए हमले के तुरंत बाद मौत हो गई। हालांकि, अब सामने आए वीडियो के बाद पुलिस ने हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है। मोगा की स्थानीय पुलिस ने गुरुसर मादी गांव के निवासी करम सिंह की हत्या के आरोप में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह घटना तब सामने आई जब उनके परिवार ने पुरुषों के एक समूह द्वारा उनकी पिटाई का वीडियो देखा। पुलिस ने कहा कि करम सिंह को 16 अक्टूबर को कुछ ग्रामीणों ने मोगा के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्होंने अस्पताल को सूचित किया था कि गांव के एक गुरुद्वारे में चोरी के बाद भागते समय वह घायल हो गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
17 अक्टूबर को करम के परिवार ने ग्राम पंचायत और स्थानीय समुदाय के दबाव में अंतिम संस्कार किया। उनकी मौत के करीब एक हफ्ते बाद परिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो मिला, जिसमें करम सिंह को बेरहमी से पीटा जा रहा था। इसमें दिखाया गया है कि लोगों का एक समूह उसे लाठियों से पीट रहा है और उसके हाथ-पैर बंधे हुए हैं। वीडियो में दिख रहे हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए परिवार पुलिस के पास पहुंचा। सबूतों और परिवार के बयान के आधार पर, पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिनकी पहचान नानक सिंह, गुरनाम सिंह, जगतार सिंह, सीरा सिंह, धर्मपाल और काकू के रूप में हुई है। मामले में अतिरिक्त 16 लोगों को भी नामित किया गया था।

आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या), 342 (गलत तरीके से कारावास), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), और 149 (गैरकानूनी सभा) के तहत आरोप लगाए गए थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (एसपीडी) अजय राज ने घटना का विवरण देते हुए कहा, “परिवार के अनुरोध पर, करम सिंह की मौत के तुरंत बाद कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। हमने पोस्टमार्टम जांच के बाद मृतक के शरीर को छोड़ने से पहले धारा 174 (आत्महत्या आदि पर पुलिस द्वारा जांच करना और रिपोर्ट करना) के तहत कार्यवाही शुरू की थी। लेकिन दो दिन पहले वीडियो फुटेज मिलने के बाद, परिवार ने अपराधियों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया।

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