लखनऊ:- 1 नवंबर को करवा चौथ का पर्व है। इसे लेकर बाजार तैयार हो गया है। खरीदारों की भीड़ से बाजारों में रौनक है। गरीब-गुरबों वाले मिट्टी के करवा हों या फिर पीतल, फूल और चांदी-सोने के, सभी के खरीदार हैं। सर्राफा, बर्तन, लहंगा-साड़ी का कारोबार चमक रहा है। शहर के सभी प्रमुख बाजारों में भीड़ है। नए जोड़े गिफ्ट के लिए चूड़ी, कड़े, नेकलेस आदि की बुकिंग भी लोगों ने कराई है।
मिट्टी का करवा सबसे सस्ता, डिजाइनर भी मौजूद
20 से लेकर 30 रुपये कीमत के मिट्टी के करवा बाजार में दुकानों मौजूद हैं। मिट्टी का डिजाइनर करवा भी धूम मचा रहा है। आकार के हिसाब से 40 से 50 रुपये के बीच लोग इसकी खरीदारी कर रहे हैं। आमजन अपनी जेब के हिसाब से इन्हें पसंद कर रहे हैं। ऐशबाग, खजुहा, बालागंज, चौक समेत कई घनी बस्ती वाले इलाकों में इनके अधिक खरीदार हैं
पीतल और कांसे के करवे का 35 से 40 लाख का होगा बाजार
कन्हैया लाल प्रागदास के कारोबारी नितेश अग्रवाल बताते हैं कि पीतल और कांसे का करवा खूब बिक रहा है। लखनऊ के प्रमुख बर्तन बाजारों की मानें तो हजारों करवा रोज निकल रहे हैं। मेटल एसोसिएशन एवं लखनऊ व्यापार मंडल के चेयरमैन हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि करवा वाले दिन तक का कारोबारी औसत निकालें तो करीब 4 से 5 टन मेटल के करवे की बाजार में बिक्री होने की संभावना है। ग्राहकों का जो ट्रेंड है वह अच्छा है। तकरीबन 35 से 40 लाख का मेटल करवा बिकना तय माना जा रहा है।
सर्राफा बाजार में धूम, चांदी का करवा खरीदारों को भा रहा
चौक सर्राफा बाजार के आदीश जैन और सिद्धार्थ जैन बताते हैं कि महंगा होने के बावजूद सर्राफा बाजार चमक रहा है। आगे सहालग है। ऐसे में लोग जेवरात की खरीदारी कर रहे हैं। चांदी के करवे की कीमत जहां 5,000 से लेकर 50,000 तक है वहीं सोने का तकरीबन 32 ग्राम का करवा दो लाख रुपये का है। सोने का करवा भी कीमत मांग और वजन के हिसाब से बढ़ती जाएगी।
नए जोड़े भेंट के लिए जड़ाऊ हार और डिजाइनर मंगल सूत्र की करा रहे बुकिंग
सिद्धार्थ के मुताबिक, सोने की चूड़ियां वजन के हिसाब से खरीदी जा रही हैं। नए जोड़े गिफ्ट के लिए रत्न जड़ित जड़ाऊ हार और हीरे वाले नेकलेस पसंद कर रहे
खील, चूरा, गट्टा और बताशों की बिक्री
ऐशबाग, नादान महल रोड, यहियागंज, रकाबगंज, चौक, दुबग्गा, इंदिरानगर, नाका हिंडोला, आलमबाग, अमीनाबाद, गणेशगंज समेत सभी प्रमुख बाजारों में खील, चूरा, गट्टा और बताशे आदि के खरीदार हैं। करवा तक इनमें जबरदस्त भीड़ रहेगी