नई दिल्ली, लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसे मामलों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जाए तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि पेपर लीक की चर्चा प्रदेश के गांव-गांव में हो रही है, लेकिन सरकार सो रही है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन शुक्रवार को जारी रहा। उनकी मांग है कि यह परीक्षा निरस्त की जाए तथा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस ने उप्र में भर्ती विधान पेश किया था जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे। पेपर लीक संकट को देखते हुए हमारी मांग है है कि हाल में हुई पेपर लीक की दोनों घटनाओं की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों और इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए। भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों। युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं। परीक्षा देने के लिए युवाओं को मुफ्त बस और ट्रेन सेवा मुहैया कराई जाए।’’
इससे पहले, उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘फिर से परीक्षा, फिर से परीक्षा….बस एक बार सोचकर देखिए- 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। यह प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400 रुपये का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कॉर्ड (प्रवेश पत्र) जारी हुए और परीक्षा के पहले पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर?’’ उनके मुताबिक, ऐसा ही समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में हुआ और पेपर लीक हो गया।