प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले महीने फ्रांस की यात्रा पर जाने की संभावना के बीच भारत और फ्रांस के बीच दो बड़े रक्षा सौदे लगभग अंतिम चरण में पहुंच गए हैं. पीएम मोदी को 10-11 फरवरी को फ्रांस में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही उनकी द्विपक्षीय वार्ता भी होने की संभावना है.
इन सौदों की कुल लागत 10 बिलियन डॉलर से अधिक बताई जा रही है, जिसमें भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल-M फाइटर जेट्स और तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन श्रेणी की पारंपरिक पनडुब्बियां शामिल हैं. ये सौदे अगले कुछ हफ्तों में कैबिनेट सुरक्षा समिति की मंजूरी के लिए पेश किए जा सकते हैं.
राफेल-M और स्कॉर्पीन सौदे:
भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट कर्रिएर के लिए 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर राफेल-M फाइटर जेट्स खरीदे जाएंगे. ये जेट्स नौसेना की मौजूदा जरूरतों को पूरा करेंगे, जब तक कि स्वदेशी ट्विन इंजन डेक-बेस्ड फाइटर विकसित नहीं हो जाता. स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के लिए यह एक रिपीट ऑर्डर है, जो मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा फ्रांस की नेवल ग्रुप के सहयोग से बनाई जाएंगी.
समुद्री रक्षा जरूरतों के लिए अहम
नौसेना वर्तमान में दो एयरक्राफ्ट कर्रिएर संचालित करती है रूस से हासिल आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी आईएनएस विक्रांत, जिसे सितंबर 2022 में कमीशन किया गया था. स्कॉर्पीन पनडुब्बियां नौसेना की पुरानी हो रही फ्लीट के लिए बेहद जरूरी हैं, खासतौर पर प्रोजेक्ट 75I के तहत छह नई पनडुब्बियों की खरीद में हो रही देरी के चलते.
फ्रांसीसी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का भारत दौरा
जनवरी 15 को मुंबई में पीएम मोदी की मौजूदगी में स्कॉर्पीन श्रेणी की अंतिम पनडुब्बी वाग्शीर का कमीशन होगा. रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में स्कॉर्पीन पनडुब्बियों से संबंधित दो कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं. इनमें डीआरडीओ द्वारा विकसित एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) मॉड्यूल और हेवीवेट टॉरपीडो के एकीकरण के लिए कॉन्ट्रैक्ट शामिल हैं. यह दौरा भारत और फ्रांस के बढ़ते रक्षा सहयोग का प्रमाण है, जो दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देगा.
पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा और राफेल M और स्कॉर्पियन पनडुब्बी की डील होने से पहले फ्रांस की नेवी ने अपने दमदार हथियारों, पनडुब्बी, न्यूक्लीयर पावर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर, राफेल एम परमाणु ऊर्जा चालित एयरक्राफ्ट कर्रिएर पर E-2C हॉकआई और राफेल M फाइटर के साथ भारत दौरे पर आया है. फ्रांस कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ एस्कॉर्ट फ्रिगेट गोवा पहुंचा, जहां इसका स्वागत औपचारिक बैंड से किया गया. अरब सागर/हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना और फ्रांसीसी नौसेना (मरीन नैशनल) के कैरियर द्वारा संयुक्त नौसैनिक हवाई अभियान किए जाएंगे.