प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (17 नवंबर) को इजरायल-हमास युद्ध की वजह से गाजा पट्टी में मारे जा रहे मासूम लोगों की मौत की निंदा की है. पीएम मोदी ने इस युद्ध की वजह से पश्चिम एशिया में बढ़ रही चुनौतियों के सामने ग्लोबल साउथ के बीच एकता और सहयोग की तत्काल जरूरत पर जोर डाला. इजरायल और गाजा पट्टी पर शासन चलाने वाले हमास के बीच अक्टूबर से ही युद्ध चल रहा है, जो रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
प्रधानमंत्री ने भारत के जरिए आयोजित दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ को वर्चुल तौर पर संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ भारत के अडिग रुख पर जोर दिया. पीएम मोदी पहले ही 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले की निंदा कर चुके हैं. ‘ग्लोबल साउथ’ का मतलब उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित के रूप में जाना जाता है, ये मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम पश्चिम एशिया क्षेत्र में हुए घटनाक्रम की वजह से नई चुनौतियों को उभरते हुए देख रहे हैं. भारत ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है.’ उन्होंने कहा, ‘हमने हमेशा संयम बरतने की बात कही है. हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है. हम इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की भी कड़ी निंदा करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात करने के बाद हमने फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय मदद भेजी है. अब वक्त आ गया है कि ग्लोबल साउथ के देशों को व्यापक तौर पर वैश्विक भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए.’
10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए
दरअसल, गाजा पट्टी पर शासन करने वाले चरमपंथी समूह हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई, जिसमें ज्यादातर इजरायली नागरिक थे. जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी पर जबरदस्त तरीके से बम बरसाए. इस वजह से अभी तक गाजा पट्टी में 11 हजार फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है. ये युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. दुनियाभर में इस युद्ध को रोकने के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं.