कुंभनगरी प्रयागराज में दुनियाभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है. अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाकुंभ का दौरा कर सकते हैं. उनके अगले महीने 5 फरवरी को महाकुंभ मेले में दौरा करने की उम्मीद है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ जाने वाली हैं.
पीएम मोदी के आने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 जनवरी को महाकुंभ मेले में शामिल होने वाले हैं. उनके अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी एक फरवरी को समारोह का हिस्सा बन सकते हैं. 27 जनवरी को गृह मंत्री शाह अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक महाकुंभ में हिस्सा लेंगे, जहां वे संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे, गंगा पूजा करेंगे और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
प्रयागराज में बढ़ाई गई सतर्कता
महाकुंभ में अमित शाह के दौरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने वहां पर सतर्कता बढ़ा दी है. शहर के प्रमुख चौराहों और कार्यक्रम स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. उनके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी महाकुंभ में डुबकी लगाने वाले हैं. उपराष्ट्रपति एक फरवरी को संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे.
इसी तरह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भी 10 फरवरी को प्रयागराज आने की उम्मीद है. अपनी यात्रा के दौरान उनके शहर में आयोजित होने वाले कई प्रमुख कार्यक्रमों में भी भाग लेने की उम्मीद है. इन नेताओं की सुचारू और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक और सुरक्षा तैयारियों को मजबूत किया जा रहा है.
घने कोहरे के बाद भी पहुंच रहे श्रद्धालु
इस बीच रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का महाकुंभ में आने का सिलसिला बना हुआ है. आज मंगलवार सुबह, घने कोहरे के बावजूद महाकुंभ मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. खराब मौसम की स्थिति के बावजूद तीर्थयात्रियों की पवित्र नगरी में आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा.
उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में तीर्थयात्रियों की भीड़ और बढ़ सकती है, क्योंकि इस दौरान 4 प्रमुख शाही स्नान होंगे. महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ और यह 26 फरवरी तक चलेगा. अगले प्रमुख स्नान तारीखों में 29 जनवरी (मौनी अमावस्या-दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी (बसंत पंचमी-तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, महाकुंभ के नौवें दिन प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में 1.597 मिलियन से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. 20 जनवरी तक, 88.1 मिलियन से अधिक लोग पहले ही गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं. कुंभनगरी में लोगों के आने का सिलसिला लगातार जारी है.