लखनऊ। मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण का 5251 वां जन्मोत्सव समारोह (जन्माष्टमी) आस्था एवं भव्यता से मनाने की तैयारियां जोरों पर है। मथुरा में पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इसी क्रम में ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर फसाड लाइटिंग और साइनेज कार्य हेतु 20.99 करोड़ रुपए तथा यमुना नदी के घाटों के विकास एवं पुनरुद्धार कार्य के लिए 43.66 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने दी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर फसाड लाइटिंग और साइनेज कार्य हेतु मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण को कार्यदायी संस्था के रूप में नामित किया गया है। योजना मद में स्वीकृत 20.99 करोड़ रुपए के सापेक्ष 10 करोड़ रुपए की प्रथम किस्त की स्वीकृति भी राज्यपाल द्वारा मिल चुकी है। वहीं, यमुना घाटों के विकास एवं पुनरुद्धार कार्य हेतु स्वीकृत 43.66 करोड़ रुपए के सापेक्ष 15 करोड़ रुपए की प्रथम किस्त नामित कार्यदायी संस्था, सिंचाई विभाग और अपर खंड आगरा कैनाल को जारी की जा चुकी है।
जयवीर सिंह ने बताया कि गोवर्धन पर्वत का धार्मिक महत्व है। मान्यताओं के अनुसार 21 किलोमीटर की गोवर्धन परिक्रमा को दो भागों में माना गया है। छोटी परिक्रमा लगभग 9 किलोमीटर और बड़ी परिक्रमा लगभग 12 किलोमीटर लम्बी है। गोवर्धन परिक्रमा मानसी-गंगा कुंड से शुरू होती है। इस पूरे मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु फसाड लाइटिंग और साइनेज कार्य कराए जाएंगे।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यमुना नदी के घाटों के विकास एवं पुनरुद्धार कार्य के अंतर्गत बंगाली घाट से सती घाट तक मौजूदा घाट का विकास और जीर्णाेद्धार किया जाएगा। जिसमें बंगाली घाट से विश्राम घाट तक मौजूदा घाट को फिर से मजबूत बनाना और घाटों की सीढ़ी और चौड़ाई को फिर से डिजाइन करना तथा बुनियादी सुविधाओं जैसे-बैठने के लिए बेंच, पीने का पानी आदि का प्रावधान किया जाएगा।
जयवीर सिंह ने बताया कि मथुरा और ब्रज क्षेत्र में श्रद्धालु साल भर आते हैं। जन्माष्टमी व रंगोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पर्यटकों के लिए पर्यटन सुविधा और आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, जिससे मथुरा-वृन्दावन आने वाले पर्यटक सुखद अनुभव लेकर जाएं।