“प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” से कटिहार के कारीगरों को मिल रही आर्थिक मजबूती

कटिहार। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ने कटिहार जिले में छोटे कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सोनाली शीतल ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि जिले में अब तक 20602 लोगों ने योजना के तहत आवेदन किया है, जिसमें से 9774 आवेदन ग्रामीण तथा शहरी स्तर पर अनुशंसित हुए हैं और 10726 आवेदन प्रक्रिया में हैं।

इस योजना के तहत, हाथ से मूर्ति बनाने वाले, नाई, पत्थर तराशने वाले और फूलों की माला बनाने वाले जैसे कारीगर लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार की इस योजना ने 2023 में शुरुआत के बाद से ही छोटे व्यापार करने वाले लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने में मदद की है।

महाप्रबंधक ने बताया कि राज्य स्तर से अब तक 857 आवेदकों का आवेदन पंजीकृत हो गया है जिन्हें ट्रेड के अनुसार विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है। शेष आवेदनों का सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर किया जा रहा है और उसे अनुसंशित के लिए राज्य स्क्रीनिंग समिति को भेज दिया जायेगा।

हालांकि, जिले के 234 ग्राम पंचायतों में से 09 ग्राम पंचायत के मुखिया प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के वेबसाइट पर ऑनबोर्डिंग नही हुआ है, जिसमें बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर और बरारी, अमदाबाद के उत्तरी और दक्षिणी अमदाबाद, मनसाही के मरंगी, कुर्सेला के उत्तरी मुरादपुर, बलरामपुर के बिजौल, मनिहारी के फतेह नगर तथा कदवा प्रखंड के कुम्हारी पंचायत के मुखिया शामिल है। जिससे स्थानीय शिपकारों को योजना से वंचित होना पड़ रहा है। हालांकि, जिला उद्योग केंद्र द्वारा इन मुखियाओं को वेबसाइट पर ऑनबोर्डिंग करने के लिए कहा गया है ताकि अधिक से अधिक लोगों को योजना का लाभ मिल सके।

इस योजना से जुड़कर कारीगर अपने व्यापार को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से मजबूत होने का अवसर प्राप्त कर रहे हैं। सरकार की इस योजना ने छोटे व्यापार करने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे न केवल कारीगरों की आय में वृद्धि हो रही है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं।

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