मधुबनी। मधेपुरा डीएम विजय प्रकाश मीणा की गाड़ी से बिहार के मधुबनी जिले में कुचलकर मां-बेटी सहित तीन लोगों के मौत के मामले की जांच में पुलिस दूसरे दिन बुधवार को भी खाली हाथ है। फुलपरास पुलिस ने पूरे दिन जांच के नाम पर कुछ नहीं किया।
गाड़ी से उतरकर उसपर सवार चार लोग जिस तरह दो बाइक से भागे, उस बारे में भी उसने कोई जांच नहीं की। इसके प्रत्यक्षदर्शी किसी से भी पूछताछ नहीं की गई। पुलिस केवल मृतका और उसकी बच्ची के दाह-संस्कार को लेकर नजर बनाए हुए थी, ताकि किसी तरह की विधि व्यवस्था खराब न हो। देर शाम तक दाह संस्कार नहीं हो पाया था।
दूसरी ओर, घायल मजदूर राजू सिंह (45) को दरभंगा के निजी अस्पताल से बुधवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। उसका दायां पैर टूटा है। थानाध्यक्ष ललन प्रसाद चौधरी ने बताया कि मृतका की गोतनी मीना देवी का बयान लिया गया और केस दर्ज किया गया। केस का आइओ पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार को बनाया गया है।
कराई जाएगी फारेंसिंक जांच
पुलिस दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी की फारेंसिंक जांच कराएगी। जांच में उन टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जाएगा, जहां से गाड़ी गुजरी होगी। इससे यह पता चल सकेगा कि गाड़ी कब, कहां गई थी और इसमें कौन-कौन सवार थे।
हालांकि, पुलिस को इस बात में रुचि नहीं है कि गाड़ी में कौन-कौन सवार था। पुलिस इस बिंदु पर जांच को फोकस कर रही है कि गाड़ी के चालक ने कहां लापरवाही की। ओवरस्पीड के कारण तो हादसा नहीं हुआ। इन बातों के लिए फारेंसिंक जांच की जाएगी।
जांच टीम मधेपुरा भी जाएगी। जहां जिला नजारत के अधिकारी से चालक के विषय में पूछा जाएगा। पुलिस एनएचएआइ की लापरवाही की भी जांच करेगी। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार डीएम की गाड़ी दरभंगा एयरपोर्ट से किसी को लेकर आ रही थी।
डीएम की मधेपुरा में उपस्थिति की स्थिति
डीपीआरओ के अनुसार, डीएम दीपावली में ही अवकाश पर गए थे। उसके बाद मुख्यालय आ गए थे। हालांकि सूत्रों के अनुसार, 16 नवंबर को उद्योग विभाग की बैठक में डीएम ने ऋण वितरण किया था। पिछले पांच दिनों से जिला में डीएम की कोई गतिविधि नहीं दिख रही थी।
17 नवंबर को बैठक हुई थी उसमें डीएम उपस्थित नहीं थे। 18 को उनकी कोई गतिविधि नहीं दिखी थी। 19 व 20 छठ पूजा का अवकाश था। इस दौरान भी डीएम छठ घाट पर नजर नहीं आए थे। 21 को कृषि विभाग की बैठक में भी वे उपस्थित नहीं हुए थे। बुधवार को उन्होंने बैठक की।
मधेपुरा के डीपीआरओ कुंदन कुमार सिंह का कहना है कि बुधवार को नशामुक्ति के खिलाफ होने वाले मैराथन दौड़ की सफलता को लेकर डीएम ने बैठक कर सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया है। वह अवकाश पर गए ही नहीं हैं। वह मुख्यालय में ही मौजूद थे। उनका वाहन सर्विसिंग के लिए गया था। आने के क्रम में मधुबनी में दुर्घटना का शिकार हो गया।
मधुबनी पुलिस चालक की पहचान के लिए मधेपुरा जाएगी। फारेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि चालक की लापरवाही का पता चल सके। गाड़ी का इंश्योरेंस फेल होना मुआवजा के लिए बाधक नहीं होगा। ट्रिब्यूनल से क्लेम मिल जाएगा। प्रशासन प्रयासरत है कि जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा मिल जाए। एनएचएआइ के पदाधिकारी भी इसमें लगे हैं। -सुशील कुमार, एसपी, मधुबनी