फरियाद लेकर पहुंचा गरीब, एसडीएम ने दी जेल भेजने की धमकी, डीएम ने की कार्यवाही

वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल।

बॉक्स मे-
योगी 2.0 सरकार में जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी गरीब फरियादी को 10-15 दिनों के लिए जेल भेजकर उसकी बुद्धि खोल सकते हैं।

निघासन खीरी। एसडीएम निघासन राजेश कुमार द्वारा फरियादी के साथ अभद्रता किए जाने से संबंधित सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने संज्ञान लेते हुए एसडीएम राजेश कुमार को निघासन से तत्काल प्रभाव से हटाते हुए गोला का उपजिलाधिकारी न्यायिक बनाया गया है जिनके स्थान पर अश्वनी कुमार सिंह को निघासन का एसडीएम बनाया गया है।

क्या था मामला
निघासन इलाके के एक गरीब फरियादी द्वारा एसडीएम को दिए गए प्रार्थना पत्र में संलग्नक के तौर पर दस्तावेज नहीं लगाए थे, दस्तावेज न लगाने पर साहब आग बबूला हो गए और तो और जब गरीब फरियादी ने पूछा साहब क्या-क्या कागज लगाने हैं तो साहब बोले पहले से ही इसमें लिखा हुआ है “अबे हम तुम्हारे ऊपर एफआईआर दर्ज करा देंगे बुद्धि तुम्हारी अभी सही हो जाएगी, बहुत ज्यादा ऊछल रहे हो न तुमको 10 –15 दिन के लिए जेल भिजवा देंगे, जब एसडीएम को शक हुआ कि पीछे खड़ा व्यक्ति वीडियो बना रहा है तो उछल पड़े और बोले यहां आओ ए पीछे..” जिसका एक वीडियो भी जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमे साफ तौर पर दिख रहा है कि लोक सेवक एसडीएम निघासन के द्वारा अपने चैंबर में बैठकर कुछ लोगों को चाय नाश्ता कराया जा रहा है तो वहीं गरीब फरियादियों के साथ अभद्रता करते हुए जेल भेजने की धमकी दी जा रही है।

आपको बताते चलें कि निघासन तहसील के गांव झऊवा पुरवा निवासी बाराती एक शिकायती प्रार्थना पत्र लेकर एसडीएम निघासन राजेश कुमार के कार्यालय में पहुंच गया और बताया कि सरकार द्वारा उनके पिता सुकई को 15.06.1984 को एक दो एकड़ जमीन का पट्टा दिया गया था, जिसका संक्रमणीय भूमिधर होना है, प्रार्थना पत्र लेते ही एसडीएम निघासन फरियादी पर आग बबूला हो गए और बुद्धि सही करने की धमकी देते हुए एफआईआर दर्ज कर 10-15 दिन जेल भेजने की भी धमकी भी दे डाली। गरीब फरियादी ने जिलाधिकारी खीरी को मामले की शिकायत कर कार्यवाही किए जाने की मांग की जिसको संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने निघासन एसडीएम पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम के पद से हटकर गोला उपजिलाधिकारी का न्यायिक बनाया।

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