- मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने चार दिवसीय दिव्य अनुभूति मेला किया शुभारम्भ
- दिव्यांगजन मंत्री ने दिव्य अनूभूति मेले में लगाये गये स्टालों का निरीक्षण कर दिव्यांगजनों का हौसला आफजाई की
- राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के वरिष्ठ दिव्यांग कवियों के साथ अष्टावक कवि सम्मेलन का होगा आयोजन
- मेले में 50 मोटोराइज्ड ट्राईसाईकिल, 100 हस्तचलित ट्राईसाईकिल, 230 श्रवण यंत्र तथा 90 स्मार्ट केन व ब्रेल किट का किया गया वितरण
- दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजनान्तर्गत 10 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया
निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के दिव्यांगजनों को शिक्षा एवं रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है। दिव्यांगजन भारतीय समाज का महत्वपूर्ण अंग है। दिव्यांगजन की प्रतिभा और क्षमता का विकास करने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे है। योगी सरकार दिव्य अनुभूति मेले के माध्यम से दिव्यांगजनों को सशक्त, क्षमतावान व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य की पूर्ति कर रही है। उक्त बातें प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने शुक्रवार को अवध शिल्पग्राम शहीद पथ लखनऊ मे आयोजित चार दिवसीय दिव्य अनुभूति मेले के शुभारम्भ अवसर पर कही। दिव्य अनुभूति मेला में राज्य आयुक्त दिव्यांगजन सशक्तीकरण अजीत कुमार, विशेष सचिव पिछड़ा कल्याण सुनील चौधरी, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण भूपेन्द्र एस. चौधरी, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण सुनील चौधरी, डॉ. वन्दना वर्मा आदि अधिकारीगण उपस्थित थे।
मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने दीप प्रज्जवलित कर मेला का शुभारम्भ किया। स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर कालेज लखनऊ की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम सम्बोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों को एक ही स्थल पर एकत्रित कर उनके हुनर, कला को सम्मान देना तथा समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रदेश पर विभिन्न मेलों का आयोजन किया जा रहा है। गोरखपुर, वाराणसी के बाद लखनऊ में मेला का आयोजन किया गया है। मेलों के माध्यम से दिव्यांगजनो के हुनर, उत्पाद इत्यादि को आम जनता तक पहुँचाने हेतु स्टॉल लगाये जा रहे है। दिव्यांगजन में एक दिव्य शक्ति होती है, जो किसी अन्य सामान्य व्यक्ति से अधिक कार्य को करने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजनान्तर्गत राशि 300 रूपये बढ़ाकर 1000 रूपये प्रति माह प्रति लाभार्थी कर, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया है। कुष्ठावस्था पेंशन योजना के तहत प्रति लाभार्थी तीन हजार रुपये प्रति माह कर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 11 हजार से अधिक दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया। शादी-विवाह पुरस्कार योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 500 से अधिक दिव्यांग दम्पत्ति को लाभान्वित किया गया है।
दुकान निर्माणन व संचालन योजनान्तर्गत दुकान निर्माण हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में 700 से अधिक दिव्यांगजन लाभान्वित किये गये हैं। विशिष्ट दिव्यांगता पहचान-पत्र (यूडीआईडी) योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 02 लाख से अधिक नवीन यूडीआईडी कार्ड निर्गत किये गये है। इस प्रकार 12 लाख से अधिक यूडीआईडी कार्ड निर्गत किये जा चुके है।दिव्यांगजन मंत्री ने दिव्य अनूभूति मेले में लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान दिव्यांगजनों का हौसला आफजाई किया। मेले 50 मोटोराइज्ड ट्राईसाईकिल, 100 हस्तचलित ट्राईसाईकिल, 230 श्रवण यंत्र तथा 90 स्मार्ट केन व ब्रेल किट का वितरण किया है। इसके साथ ही पिछड़ा वर्ग कल्याण के माध्यम से ट्रिपल सी व ओ लेवल प्रमाण-पत्र और शादी अनुदान राशि आवंटित प्रमाण-पत्र भी दिये। उन्होंने दिव्यांग समाज में आइकन के रूप मे सम्मानित विशिष्टजन पद्मश्री डॉ. अरूणिमा सिन्हा, विष्णु कांत मिश्रा, मृदु गोयल, विजय विष्ट, डॉ. रेड्डी फाउणडेशन, के.के. मौर्य तथा मनीष गुप्ता को सम्मानित किया।प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया कि राज्यनिधि योजना के अन्तर्गत दिव्यांगजन सशक्तीकरकण विभाग द्वारा आयोजित दिव्य अनुभूति मेला 04 मार्च 2024 तक चलेगा। इस मेले में उ०प्र० के दिव्यांगजनो के हुनर, उत्पाद इत्यादि को आम जनता तक पहुँचाने हेतु स्टॉल लगाये गये है। एआई तकनीक से जुड़े दिव्यांगों के उपकरणों की जानकारी हेतु स्टॉल लगाया गया है। पुस्तकों और शिक्षा की ओर दिव्यांगों का रूझान बढ़ाने के लिए पुस्तक प्रदर्शनी लगायी गयी है। दिव्यांगजनों की रोजगार समस्या को समझते हुए अमेजन, फिल्पकार्ट, गति, सीएम हेल्प लाइन इत्यादि के साथ रोजगार मेला का आयोजन किया जायेगा।
दिव्यांगजनों की यूडीआईडी, आधार कार्ड तथा दिव्यांग प्रमाण-पत्रों की समस्या को दूर करने के लिए स्टॉल लगाये गये है। विभागीय विद्यालयों की ओर दिव्यांगों की पहुँच सरल बनाने तथा सरल टीएलएम द्वारा शिक्षण पद्धति समझाने हेतु स्टॉल लगाया गया है। राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के वरिष्ठ दिव्यांग कवियों के साथ अष्टावक कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। कौशल विकास एवं सकारात्मक कार्रवाई पर चर्चा एवं आए हुए दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों के लिए खुले मंच पर चर्चा की जायेगी। अभिभावकों एवं उपस्थित जनमानस को दिव्यांगता की समस्या एवं निराकरण को समझाने हेतु पीडब्यूडी के पैनल चर्चा में विकलांगता का शीघ्र पता लगाना, रोकथाम और पुनर्वास किया जायेगा। दिव्यांगों की स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ की तरफ से स्वास्थ्य शिविर, दिव्यांगों की मनोरंजन हेतु दिव्यांगों द्वारा ही चलाए जा रहे फूड कोर्ट तथा अन्य खाने-पीने की व्यवस्थाएं की गयी है। दिव्यांगजन के लिए चार दिवसीय प्रतियोगिताओं का आयोजन मे रविन्द्र जैन गायन प्रतियोगिता (एकल), रविन्द्र जैन गायन प्रतियोगिता (सामूहिक), स्टेज डॉस ड्रामा, सुधा चन्द्रन नृत्य प्रतियोगिता (एकल), सुधा चन्द्रन नृत्य प्रतियोगिता (सामूहिक), ज्योति अमगे फैशन शो, जिसमें 21 प्रकार की दिव्यांगता के लोग मंच पर अपनी छटा बिखेरेंगे, फैंसी ड्रेस तथा बेबी शो (10 वर्ष से कम उम्र के दिव्यांग बच्चे), पोस्टर मेकिंग, रंगोली, ओपन चेस, फेस पेटिंग, स्टीफन हाकिन्स विज्ञान, अरूणिमा सिन्हा आर्ट, नुक्कड़ नाटक तथा मेंहदी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।