दावोस। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मंत्री स्मृति इरानी ने बुधवार को कहा कि वैश्विक नेता भी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस साल होने वाले आम चुनाव के बाद सत्ता में लौटेंगे। उन्हें पीएम मोदी द्वारा लाई गई नीतियों और सामाजिक क्षेत्र में किए गए सुधारों के जारी रहने की उम्मीद है।
केंद्रीय मंत्री ने विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक से इतर एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि यह तथ्य बहुत कुछ बताता है कि वैश्विक नेतृत्व, विशेष रूप से वैश्विक आर्थिक नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी का दावोस में फिर से स्वागत करने को लेकर उत्सुक है। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद वैश्विक नेता ऐसे समय में एक उदार और विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की बात कर रहे हैं, जब कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं की हालत खराब है और समग्र भू-राजनीतिक परिदृश्य विखंडित है।
पीएम मोदी ने 2018 में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में भाग लिया था। उन्होंने 2021 और 2022 में वैश्विक नेताओं की इस सभा को डिजिटल तरीके से संबोधित किया था। इरानी ने वैश्विक नेताओं के साथ उनकी बातचीत के बारे में पूछे जाने पर कहा कि विश्वभर के नेता भारत की विकास गाथा, इसकी भावी क्षमताओं और देश में नीतिगत एवं राजनीतिक स्थिरता को लेकर आश्वस्त हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष ने भी एक साक्षात्कार में सार्वजनिक रूप से कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि वह 2025 में प्रधानमंत्री मोदी को दावोस में पुन: आमंत्रित करेंगे। इसका मतलब है कि वैश्विक समुदाय प्रधानमंत्री मोदी के दोबारा सत्ता में आने को लेकर आश्वस्त है।
राम मंदिर को लेकर दावोस में भी हलचल
अयोध्या स्थित राम मंदिर को लेकर विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक के दौरान स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में भी हलचल देखने को मिली। श्रद्धालु यहां आगामी सोमवार को रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राम भजन आयोजित करने और दीये जलाने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा सरकारी और निजी क्षेत्र के कई वैश्विक कारोबारी भारतीय प्रतिनिधिमंडल से पूछताछ कर रहे हैं। ये लोग अयोध्या को एक बड़े धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने से सृजित कारोबारी और इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी अवसरों के बारे में जानना चाहते हैं।
स्मृति इरानी ने कहा कि वह श्रद्धालुओं के एक समूह से मिलीं, जिसने उनसे पूछा कि क्या वे भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह मना सकते हैं? उन्होंने कहा, यहां कुछ राम भक्तों ने मुझसे एक संदेश रिकार्ड करने के लिए कहा, ताकि यहां के समुदाय को राम भजन करने और 22 जनवरी को दीये जलाने के लिए प्रेरित किया जा सके।