श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (गुरुवार) कश्मीर से दुनिया को एक भारत का संदेश देंगे। साथ ही कश्मीर के विकास को गति देने के लिए विकास योजनाओं का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री वितस्ता (झेलम) किनारे स्थित बख्शी स्टेडियम में रैली को संबोधित करने वाले हैं। साथ ही विदेश में बसे भारतीयों के लिए ‘चलो इंडिया” वैश्विक अभियान का शुभारंभ भी करेंगे।
6400 करोड़ की परियोजनाओं को करेंगे लोकार्पण
इसके तहत प्रधानमंत्री ने दुनियाभर में बसे भारतीयों को अपने पांच मित्रों को भारत घुमाने का आह्वान किया था। साथ ही भारतीयों के लिए ‘देखो अपना देश’ अभियान का भी शुभारंभ करेंगे। यह दौरा संदेश देगा कि कश्मीर से कन्याकुमारी भारत एक है।
बता दें कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री पहली बार कश्मीर में आ रहे हैं। इस दौरान वह विकसित भारत अभियान के तहत कृषि विकास परियोजनाओं के साथ देशभर के पर्यटन क्षेत्रों के विकास से जुड़ी 6400 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण करने वाले हैं।
यह दौरा विकसित जम्मू कश्मीर के नवनिर्माण के उनके संकल्प को पुष्ट करेगा। साथ ही दुनिया को संकेत देंगे कि भारत के समग्र आर्थिक-सामाजिक विकास रथ में कश्मीर भी सवार है। कश्मीर मामलों के जानकार बिलाल बशीर ने कहा कि प्रधानमंत्री जम्मू कश्मीर से इन बड़ी परियोजनाओं का शुभारंभ कर दुनिया को संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर कहीं भी देश से विमुख नहीं है।
वह चाहते तो इन परियोजनाओं का शभारंभ अन्य बड़े प्रदेशों से कर अपना वोट बैंक देख सकते थे पर उन्होंने कश्मीर को इसके लिए चुना।साथ ही दुनिया को संकेत देंगे कि भारत के समग्र आर्थिक-सामाजिक विकास रथ में कश्मीर भी सवार है। कश्मीर मामलों के जानकार बिलाल बशीर ने कहा कि प्रधानमंत्री जम्मू कश्मीर से इन बड़ी परियोजनाओं का शुभारंभ कर दुनिया को संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर कहीं भी देश से विमुख नहीं है। वह चाहते तो इन परियोजनाओं का शभारंभ अन्य बड़े प्रदेशों से कर अपना वोट बैंक देख सकते थे पर उन्होंने कश्मीर को इसके लिए चुना।
ये हैं दो प्रमुख परियोजनाएं
चलो इंडिया वैश्विक प्रवासी अभियान : प्रधानमंत्री मोदी भारतीय प्रवासियों को अतुलनीय भारत के राजदूत बनने और भारत में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से ‘चलो इंडिया वैश्विक प्रवासी अभियान‘ का शुभारंभ करेंगे। यह अभियान पीएम के आह्वान के आधार पर शुरू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रवासियों से कम से कम अपने पांच गैर-भारतीय मित्रों को भारत भ्रमण के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया था। तीन करोड़ से अधिक प्रवासी भारतीय पर्यटन के लिए राजदूत के रूप में कार्य कर सकते हैं।
देखो अपना देश, पीपल्स चायस-2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देखो अपना देश पीपल्स चायस 2024 के रूप में पर्यटन को लेकर देश की नब्ज पहचानने के लिए पहले राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण का शुभारंभ करेंगे। इस इसका उद्देश्य नागरिकों के साथ जुड़कर सबसे पसंदीदा पर्यटक आकर्षणों की पहचान करना है। साथ ही पांच पर्यटन श्रेणियों (आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व विरासत, प्रकृति व वन्य जीवन, साहसिक और अन्य श्रेणियों) में पर्यटकों की अवधारणा को समझना है। यह सर्वे केंद्र सरकार के नागरिक सहभागिता पोर्टल पर आयोजित किया जा रहा है।
1400 करोड़ की सौगात देंगे पीएम मोदी
श्रीनगर में प्रधानमंत्री इन दोनों योजनाओं के तहत तैयार की गईं 1400 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न योजनाएं समर्पित करेंगे। इनमें श्रीनगर में हजरतबल दरगाह का एकीकृत विकास, मेघालय के पूर्वोत्तर सर्किट में विकसित की गईं पर्यटन सुविधाएं, बिहार और राजस्थान में आध्यात्मिक सर्किट, बिहार में ग्रामीण एवं तीर्थंकर सर्किट, जोगुलम्बा तेलंगाना में जोगुलम्बा देवी मंदिर का विकास और मध्य प्रदेश के अमरकंटक मंदिर का विकास शामिल है।
डल झील किनारे स्थित हजरतबल दरगाह देश-विदेश से कश्मीर आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक बड़ा केंद्र है। यह इस्लाम के मानने वालों के लिए भी बहुत महत्व रखती है, क्योंकि यहां इस्लाम के पैगंबर हजरत मुहम्मद का मुए मुकद्दस संरक्षित है। हजरतबल एकीकृत विकास योजना के तहत इस पूरे स्थान में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण और उनके समग्र आध्यात्मिक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न कार्य किए गए हैं। परियोजना के प्रमुख घटकों में दरगाह की चारदीवारी के निर्माण सहित पूरे क्षेत्र का स्थल विकास शामिल है।
पर्यटन स्थलों की विकास योजनाओं का होगा शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगभग 43 परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे जो देश में तीर्थयात्रा और पर्यटक स्थलों की एक विस्तृत शृंखला विकसित करेंगी। इनमें आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में अन्नवरम मंदिर, तमिलनाडु के तंजावुर और मयिलादुथुराई जिले और पुडुचेरी के कराईकल जिले में नवग्रह मंदिर, कर्नाटक के मैसूर जिले में श्री चामुंडेश्वरी देवी मंदिर, राजस्थान के बीकानेर जिले में करणी माता मंदिर, हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में मां चिंतपूर्णी मंदिर, गोवा में बेसिलिका आफ बाम जीसस चर्च महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल शामिल हैं।
परियोजनाओं में अरुणाचल प्रदेश में मेचुका एडवेंचर पार्क, गुंजी, पिथोरागढ़, उत्तराखंड में ग्रामीण पर्यटन क्लस्टर अनुभव, अनंतगिरि वन, अनंतगिरि, तेलंगाना में इको टूरिज्म जोन, सोहरा, मेघालय में मेघालय युग की गुफा का अनुभव और झरना ट्रेल्स का अनुभव, जोरहाट, असम में सिनामारा टी एस्टेट की परिकल्पना, कांजली वेटलैंड, कपूरथला, पंजाब में इकोटूरिज्म का अनुभव, लेह में जूली लेह जैव विविधता पार्क जैसे विभिन्न अन्य स्थलों और अनुभव केंद्रों का विकास भी शामिल है।