निष्पक्ष प्रतिदिन: आसियान सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह इंडोनेशिया पहुंचे. वह आसियान और ईस्ट एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद शाम को दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर पीएम मोदी 10 देशों के संगठन के सम्मेलन में शामिल होने के लिए जकार्ता गए हैं. फ्लाइट से उतरते ही इंडोनेशिया के परंपरागत तरीके से प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया गया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने X (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जकार्ता, इंडोनेशिया पहुंच गए हैं. आज वह 20वें आसियान सम्मेलन और 18वें ईस्ट एशिया सम्मेलन में शामिल होंगे.’ अरिंदम बागची ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें फ्लाइट से उतरने के बाद पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए उच्च अधिकारी मौजूद थे. शॉल पहनाकर पीएम मोदी का स्वागत किया. इस दौरान, वहां कुछ कलाकारों ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में ट्रेडिशनल डांस भी प्रस्तुत किया. सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी स्ट्रेटिजिकली महत्वपूर्ण देशों के साथ भारत के संबंधों के भविष्य को लेकर चर्चा करेंगे.
इंडोनेशिया के लिए रवाना होने से पहले क्या बोले पीएम मोदी
जकार्ता के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह सम्मेलन में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं और आसियान के साथ जुड़ाव को भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ करार दिया. उन्होंने कहा कि पिछले साल हुई व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने दोनों पक्षों के संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है. इंडोनेशिया आसियान के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. आसियान को क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है और भारत, अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत कई अन्य देश इसके संवाद भागीदार हैं.
पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘आसियान से संबंधित बैठकों में भाग लेने के लिए जकार्ता रवाना. इसमें 20वां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन शामिल है, जो एक ऐसी साझेदारी पर केंद्रित है जिसे हम बहुत पसंद करते हैं. मैं 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी भाग लूंगा, जो स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण और डिजिटल नवाचारों जैसे महत्वपूर्ण विकासात्मक क्षेत्रों पर केंद्रित है.’
आसियान देशों के साथ भारत की साझेदारी की रूपरेखा पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह आसियान से संबंधित बैठकों में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर जकार्ता जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं आसियान नेताओं के साथ हमारी साझेदारी की भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं, जो अब अपने चौथे दशक में प्रवेश कर चुकी है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके बाद वह 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि यह मंच खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन सहित क्षेत्र के लिए महत्व के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का एक उपयोगी अवसर प्रदान करता है.
उन्होंने कहा, ‘मैं इन वैश्विक चुनौतियों से सामूहिक रूप से निपटने के लिए व्यावहारिक सहयोग उपायों पर अन्य ईएएस नेताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए तत्पर हूं.’ पिछले साल बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया की अपनी यात्रा को याद करते हुए पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि इस यात्रा से आसियान क्षेत्र के साथ भारत के संबंध और गहरे होंगे.