पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू पहुंचेंगे बागेश्वर धाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को मध्य प्रदेश के छतरपुर में मौजूद बागेश्वर धाम पहुंचेंगे. बागेश्वर धाम के लिए यह दिन ऐतिहासिक होगा क्योंकि पीएम पहली बार धाम पहुंच रहे हैं. अपने इस दौरे के दौरान वो यहां 100 बेड वाले कैंसर हॉस्पिटल की नींव रखेंगे. साथ ही बुंदेलखंड महोत्सव की शुरुआत करेंगे.

जहां प्रधानमंत्री मोदी 23 फरवरी को बागेश्वर धाम पहुंच रहे हैं. वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 26 फरवरी को धाम पहुंचेंगी और 251 बेसहारा कन्याओं के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होंगी और अपना आशीर्वाद देंगी. पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु के धाम पहुंचने के चलते इस समय बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री दिन-रात तैयारियों में लगे हुए हैं.

पीएम मोदी के कार्यक्रम का शेड्यूल
पीएम मोदी 23 फरवरी को धाम में पहुंचेंगे. पीएम मोदी के आगमन के चलते खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव तैयारी और व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने सोमवार को बागेश्वेर धाम का दौरा किया. जारी की गई प्रेस वार्ता के मुताबिक, कैंसर के अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर के भूमिपूजन का कार्यक्रम 12:30 से 2:30 बजे तक चलेगा. पीएम मोदी रविवार को दोपहर 12.30 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से फिर वो हेलीकॉप्टर से 12.55 पर बागेश्वर धाम पहुंचेंगे. धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पीएम पहले धाम में मौजूद मंदिर के दर्शन करेंगे और फिर कैंसर हॉस्पिटल का विधि-विधान से शिलान्यास करेंगे. फिर कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे. भोपाल में पीएम 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में शामिल होंगे.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पीएम मोदी और राष्ट्रपति की बागेश्वर धाम में पहुंचने के चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. साथ ही सुरक्षा को देखते हुए कई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. छतरपुर जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने बताया, पीएम और राष्ट्रपति की यात्रा के चलते सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.करीब 1,500 से 2,000 जवानों की तैनाती की गई है. इसी के साथ आयोजन स्थल को 30 से 35 सेक्टरों में बांटा भी गया है. साथ ही 25 से 30 बड़ी स्क्रीन स्थल में लगाई जाएंगी, जिससे दूर से भी लोग कार्यक्रम को आसानी से देख सकें.

सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए जा रहे हैं?

पीएम मोदी और राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे निगरानी के लिए लगाए जा रहे हैं.
50 हजार से 80 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है.
पांच नए हेलीपैड बनाए गए हैं
किसी तरह की भी आपात कालीन स्थिति पैदा हो जाने पर उससे निपटने के लिए एक अस्थायी अस्पताल भी स्थापित किया जा रहा है.
ट्रैफिक को सुचारु रूप से चलाने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है और रूट भी जारी किया गया है.

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