सिर्फ कागजों तक सीमित रहा पौधरोपण का अभियान, हकीकत में जमीन बंजर

अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के लोगों ने देखरेख की खाई थी कसमें, पांच दिन बाद ज्यादातर पौधे मिले सूखे

उन्नाव। 20 जुलाई को जिले में पौधरोपण अभियान के तहत रिकार्ड 59.57 लाख पौधे रोपे गए, जो पिछले साल की अपेक्षा 4,33,336 ज्यादा हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ट्रांस गंगा सिटी में पौधरोपण किया था।
मां के नाम का पौधा लगाते समय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के लोगों ने इनकी देखरेख की कसमें खाईं, लेकिन पांच दिन बाद हकीकत परखी गई तो जमीन बंजर मिली। ज्यादातर पौधे या तो सूखे मिले या सूखने की कगार पर हैं। पत्तियां गिर चुकी हैं और टहनियां झुक गई हैं। उप मुख्यमंत्री ने जो हरिशंकरी के पौधे लगाए थे वहां पर उनके नाम की एक तख्ती भी लगाई गई थी, लेकिन पौधों की हालत देख किरकिरी से बचने के लिए जिम्मेदारों ने यहां से उनके नाम की तख्ती भी हटा दी। उसी दिन इस स्थान से करीब 20 मीटर दूर 10,000 पौधे लगाए गए थे, उनमें भी ज्यादातर सूख चुके हैं। पौधरोपण अभियान की पड़ताल की गई तो अधिकांश स्थानों का यही हाल मिला।

हसनगंज में 3.20 लाख पौधे लगाने का दावा, हजारों बिना लगे ही सूख गए
हसनगंज। ब्लाक क्षेत्र में 20 जुलाई को पौधरोपण की मुहिम चली थी। दावा किया गया कि कुल 3.20 लाख पौधे लगाए गए। इसमें वन विभाग ने 60 हेक्टेयर में 1.20 लाख और ब्लॉक की 81 ग्राम पंचायतों में 2.50 लाख पौधे रोपने का दावा किया था। 50,000 पौधे तहसील, ब्लॉक, बीआरसी, फायर, पुलिस विभाग को दिए गए थे। पौधे लगाने के बाद जिम्मेदारों ने देखभाल नहीं की और न ही उनकी सुरक्षा के लिए ट्रीगार्ड लगाए। इससे अधिकांश पौधे टूट कर नष्ट हो गए हैं। ब्लाक परिसर में बीडीओ कक्ष के पास ही रखे हजारों पौधे लगने से पहले ही सूख की कगार पर पहुंच गए हैं। यही हाल ग्राम पंचायत धोपा, आवागोझा, हंसेवा, मदनापुर, भोगला आदि का है। यहां अधिकांश सूख रहे हैं और सैकडों को मवेशियों ने नष्ट कर दिया है। हालत यह है कि ब्लाक परिसर में बीडीओ मुनेश चंद्र ने जो पौधा लगाया था वह भी सूख गया है। बीडीओ ने बताया की पौधे सूखने की जानकारी नहीं है, उनका तबादला हो गया है।

हटाने लगे सूखे पेड़
पुरवा। वन विभाग ने चमियानी गांव में 16 बीघा जमीन पर 20 जुलाई को 10,000 पौध रोपे थे। इनमें ज्यादातर पौधे अभी से मुरझा गए हैं। जिम्मेदारों से सवाल किया गया तो आनन-फानन में मजदूर लगाकर सूखे पौधों के स्थान पर नए पौधे लगाने का काम शुरू हो गया।

बोले जिम्मेदार
पौधरोपण 30 अगस्त तक जारी रहेगा। पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी संबंधित विभाग या उस संस्था की है जिसने पौधे लगवाए हैं। जहां पर उप मुख्यमंत्री ने पौधे लगाए थे वह स्थान यूपीसीडा का है।
-एसके वर्मा, एसडीओ, वन विभाग

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