पीलीभीत के पूरनपुर में फर्जी आधार कार्ड से होटल में ठहरने के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के तीनों आतंकियों समेत पांच पर केस दर्ज किया है। इनमें आतंकियों की मदद करने वाले दो युवक भी शामिल हैं। आतंकी जहां ठहरे थे, पुलिस ने हर जी होटल के उस कमरे को सील कर दिया है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर थाने की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने के बाद खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकी विरेंद्र सिंह उर्फ रवि, जसनप्रीत उर्फ प्रताप सिंह, गुरविंदर सिंह पूरनपुर पहुंचे। जहां हर जी होटल में रुके थे। सोमवार तड़के पंजाब और पीलीभीत पुलिस से मुडभेड़ में तीनों मारे गए।
दो युवकों को हिरासत में लिया
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आतंकियों के स्थानीय कनेक्शन तलाशने शुरू किए तो आतंकियों को होटल तक पहुंचाने वाले दो युवक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दिखे। पहचान होने पर पुलिस ने गांव गजरौला जप्ती निवासी दोनों युवकों को हिरासत में लिया है। मामले में पुलिस ने तीनों मृतक आतंकियों सहित पांच आरोपियों पर फर्जी आधार से कमरा लेने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। मुकदमे में आतंकियों के अलावा दो अज्ञात बताए हैं। मृतक आतंकियों पर यह दूसरा मुकदमा है। पूर्व में पुलिस टीम पर फायरिंग करने की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है। हमले की रिपोर्ट पूरनपुर कोतवाल नरेश त्यागी ने लिखाई है। इसकी विवेचना बीसलपुर कोतवाली प्रभारी कर रहे हैं।
होटल में 30 घंटे तक रुके थे
आतंकियों ने रणनीति के तहत पूरनपुर पहुंचकर मददगारों के जरिये होटल में पनाह ली। एक रात रुकने के बाद 21 दिसंबर की रात 9.40 बजे वे होटल हरजी से निकल गए। करीब 30 घंटे बाद 23 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया गया। होटल से निकलने के बाद करीब 30 घंटे तक आतंकी कहां रहे? किस-किससे मिले? किस स्थानीय मददगार के पास गए और कौन सी साजिश रची? इन सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं।
इंग्लैंड से ही व्हाट्सएप पर आए फर्जी आधार
बताया जा रहा कि आतंकियों को होटल में ठहराने के लिए भेजे गए फर्जी आधार भी इंग्लैंड से ही भेजे गए थे। इन आधार के सहारे ही तीनों को होटल में रोका गया। तीनों आतंकी हर जी होटल के कमरा नंबर 105 में ठहरे थे। पुलिस ने इस कमरे को सील कर दिया है। कई अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है।
कोतवाली में डटे रहे एसपी, खंगाले जा रहे दस्तावेज
एसपी अविनाश पांडेय बृहस्पतिवार को भी पूरनपुर कोतवाली में डटे रहे। होटल हरजी से कब्जे में लिए गए डीवीआर को पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार देर शाम होटल के मैनेजर को छोड़ दिया था। हालांकि होटल के रूम 105 को सील कर दिया गया।
होटल के बाहर तैनात पुलिस फोर्स
सीओ विशाल चौधरी ने बताया कि आतंकवादियों के फर्जी आधार कार्ड के मामले में नगर चौकी इंचार्ज अमित कुमार की ओर से मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकवादियों सहित पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। हिरासत में लिए मददगारों से पूछताछ की जा रही है।
जिले में कितने मददगार, जोड़ी जा रहीं कड़ियां
बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंककर पूरनपुर पहुंचने से पहले ही आतंकियों के लिए जिले सभी व्यवस्थाएं होने की बात सामने आने पर माना जा रहा है कि जिले में उनके स्थानीय मददगारों का मजबूत नेटवर्क था। होटल में किराया कम कराने के लिए फोन तक किया गया। होटल से निकलकर आतंकी 30 घंटे तक पूरनपुर क्षेत्र में ही रहे या फिर लखीमपुर किसी मददगार के पास गए? पुलिस व एनआईए इन सभी सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है। कड़ी से कड़ी जोड़कर स्थानीय संपर्क तलाशे जा रहे हैं।