बाराबंकी। श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के इन्स्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज विभाग में विधि शोध के आज के समय हेतु प्रासंगिक महत्वपूर्ण विषय बिन्दु, इम्पैक्ट एनालिसिस ऑफ लास एन्ड रेगोलेटुरी मिसोर्स मिटिगेटिग साइबर रिस्क इन इन्डियन फाइनेंशियल सिस्टम, नामक शीर्षक पर पी एच डी की उपाधि प्रदान की गई। प्रदीप कुमार राय जोकि पहले रिजर्व बैंक आफ़ इंडिया लखनऊ में विधि अधिकारी के रूप में कार्यरत थे परन्तु अब वे मुम्बई में विधि अधिकारी के रूप में कार्यरत है।उन्होंने साइबर युग में फाइनेंशियल चिंताओं को समर्पित यह महत्वपूर्ण शोध कार्य सम्पन्न किया, यह कोई सरल शोध नहीं है।इसके लिए प्रदीप कुमार राय ने अपने सुपरवाइजर, प्रोफेसर (डॉ) रोहित पी साबरन, डायरेक्टर इन्स्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज को कोटि कोटि धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा कि इस विषय पर शोधकार्य पूर्ण होने का श्रेय अपने गाइड एवं गुरु के मार्गदर्शन को दिया।
इस मौके पर डॉ रोहित पी साबरन ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में होने वाले शोधकार्यों के लिए यह शोध एक मील का पत्थर साबित होते हुए उन सभी के लिए उपयोगी होने जा रहा है। फाइनेंशियल सिस्टम की सुरक्षा की चिंता को समर्पित यह शोध पूर्व के शोधों की प्रासंगिकता इस साइबर युग से जोड़ता भी है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी की रिसर्च डायरेक्टर डॉ शिखा सिंह, पी एच डी कोर्डिनेटर इन्स्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज डॉ शशांक शेखर ने भी प्रदीप कुमार राय एवं सुपरवाइजर, डायरेक्टर डॉ रोहित पी साबरन को उन्नत शोधकार्य हेतु बधाई दी। बाहर से परीक्षण हेतु पधारे ब्राह्य परीक्षक डॉ सुरेन्द्र कुमार, एसोसियेट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ ला एन्ड गवर्नेंस, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार, गया जी ने परीक्षण के उपरांत शोधकार्य के वर्तमान परिपेक्ष्य में उपयोगिता को देखते हुए विभाग के साथ साथ सुपरवाइजर एवं प्रदीप कुमार राय को पी एच डी अवार्ड होने की प्रशंसा युक्त बधाई दी।