जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई पेंशनर्स दिवस

समस्त विभागाध्यक्ष एवं पेंशनर्स संगठन पदाधिकारियों की बैठक सम्पन्न

बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पेंशनर्स दिवस के अवसर पर समस्त विभागाध्यक्ष एवं पेंशनर्स संगठन पदाधिकारियों के साथ विभागाध्यक्षों द्वारा अनिस्तारित पेंशनरों की समस्याओं के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्ति कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखी। डीएम ने समस्त विभागाध्यक्षों को संबंधित कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए निर्देशित किया। 2015 से हर साल 17 दिसंबर को पेंशनर्स दिवस मनाया जाता है।

जिलाधिकारी ने पेंशनर्स संगठन के पदाधिकारियों को पेंशन दिवस की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि एक कर्मचारी /अधिकारी अपनी जिंदगी के महत्वपूर्ण 30-35 साल सरकारी सेवा में बिताता है और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। कहाकि विभिन्न विभागों से सेवानिवृत कुछ कर्मचारियों की पेंशन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो पाई है,तो इस पेंशन दिवस के मौके पर हम सभी अधिकारियों को पुनरावलोकन करने की आवश्यकता है। यह एक सोच से बनता है और इसके लिए एक वातावरण बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से अपील किया कि विभागों से सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों /अधिकारियों को मिलने वाली सारी ड्यूज(नकदीकरण, जीपीएफ, जीआइएस और पेंशन स्वीकृति पत्र) उसी दिन देकर सपरिवार विदाई दी जाए।

जिलाधिकारी ने वरिष्ठ कोषाधिकारी को सरकार के नए शासनादेश को प्रत्येक विभाग के अधिकारियों को चिट्ठी रिपीट कराकर अवगत कराने का निर्देश दिया। नए शासनादेश के अनुसार सेवानिवृत कर्मचारी /अधिकारी को सेवानिवृत्ति के दिन ही नगदीकरण, जीपीएफ, जीआइएस और पेंशन स्वीकृति पत्र देने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने वरिष्ठ कोषाधिकारी को निर्देशित किया कि अवशेष बचे और 31 दिसंबर तक सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों को सपरिवार विदाई समारोह आयोजित कर जनपद के लिए मिसाल कायम करें, तभी पेंशनर्स दिवस की वास्तविक सार्थकता सिद्ध होगी। उन्होंने समस्त विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि नए शासनादेश के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए पूरी तन्मयता और दायित्वबोध के साथ काम कर वंचित पेंशन धारकों की समस्याओं का निस्तारण करें, इससे एक आत्मसंतुष्टि का अनुभव होता है। आप लोग भी एक दिन सेवा से सेवानिवृत होकर पेंशन भोगी बनेंगे। अपने पद का ईमानदारी के साथ सदुपयोग ही सच्ची समाजसेवा और देशसेवा है। इस बैठक में वरिष्ठ कोषाधिकारी हिमांचल यादव सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं पेंशनर संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button