- श्रवण बाधित दिव्यांगता से ग्रसित 230 छात्र व छात्राओं/दिव्यांगजनों को श्रवण यंत्र प्रदान की गया
- दिव्यांग छात्र व छात्राओं के मध्य अरूणिमा सिन्हा आर्ट प्रतियोगिता आयोजित हुई
- दिव्यांगजनों द्वारा नुकक्ड़ नाटक के माध्यम से समाज की गतिविधियों का किया प्रस्तुतीकरण
निष्पक्ष प्रतिदिन/ लखनऊ
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग उ0प्र0 द्वारा राज्य निधि योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को एक ही स्थल पर एकत्रित कर उनके हुनर, कला को सम्मान देना तथा समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए चार दिवसीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला (दिव्य अनुभूति मेला) 04 मार्च 2024 तक अवध शिल्पग्राम अमर शहीद पथ लखनऊ में आयोजित किया जा रहा है।मेला का शुभारम्भ प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप के द्वारा किया गया है।
रविवार को दिव्य अनुभूति मेला के तीसरे दिन दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य व दिव्यांगता से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जानकारी के लिए एसजीपीजीआई के डा.आर हर्षवर्धन विभागाध्यक्ष व आरग्नस ट्रांसप्लान्ट डा. अमित केसरी, असिस्टेण्ट प्रोफेसर ईएनटी डा. रमाशंखधर, सीनियर गायनोलाइजिस्ट डा. अनीता, असिस्टेण्ट प्रोफेसर मिनेटोलाॅजी डाॅक्टर नीता सूर्यवंशी, बीडीएस एवं डा. एमसी माथुर (माथुर रेडियो एण्ड हियरिंग केयर कन्सलटेंट) केजीएमयू, लखनऊ के डाॅ. रजत जैन ईएनटी व अन्य चिकित्सलयोें से अन्य वरिष्ठ डाॅक्टर, जिनके द्वारा (पैनल डिस्कसन) Early Detection, Prevention and Rehabilitation of Disability in PWD,s विषय पर चर्चा की गयी है।पैनल डिस्कसन के दौरान डा. आर हर्षवर्धन द्वारा आरग्नस ट्रांसप्लान्ट के बारे में चर्चा की गयी तथा ट्रांसप्लान्ट सम्बंधी फिल्म दिखाकर आडियन्स को जागरूक किये जाने का प्रयास किया गया।
डा. अमित केसरी द्वारा श्रवण बाधित दिव्यागजनों की समस्याओं पर चर्चा की गयी उनके द्वारा लगभग 30 से अधिक श्रवण बाधित दिव्यांगजनों को काॅक्लियर इम्प्लांड सर्जरी की गयी है।डाॅक्टर टीम को मोनिका लाल उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग लखनऊ मण्डल लखनऊ, रजनीश किरन जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी लखनऊ एवं राजकुमार जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी सीतापुर द्वारा पुष्पगुच्छ देखकर स्वागत किया गया साथ ही स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया।वर्ल्ड हियरिंग डे के अवसर डाक्टर की टीम द्वारा श्रवण बाधित दिव्यांगता से ग्रसित 230 छात्र/छात्राओं/दिव्यांगजनों को श्रवण यंत्र (कान की मशीन) प्रदान की गयी।विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों व संस्थाओं एवं स्वैच्छिक संस्थाओं के सहयोग से दिव्यांग छात्र व छात्राओं के मध्य अरूणिमा सिन्हा आर्ट प्रतियोगिता आयोजित की गयी है। जिसमें दिव्यांग छात्र व छात्राओं द्वारा अपनी दिव्य कला व प्रतिभा का प्रदर्शन चित्रों, पेंटिंग, क्राफ्ट आदि के माध्यम से प्रदर्शित करते हुए जनसामन्य को आकर्षित किया गया है।
इसके अतिरिक्त स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर काॅलेज, स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालक इण्टर काॅलेज एवं स्वैच्छिक संस्था एनएबी लखनऊ के दृष्टिबाधित छात्र व छात्राओं द्वारा तथा सीमा सेवा संस्थान, रेनबो लखनऊ, चेतना सेवा संस्थान, लखनऊ के मानसिक मंदित दिव्यांगजनों द्वारा नुकक्ड़ नाटक के माध्यम से समाज की गतिविधियों के बारे में प्रतियोगिता का प्रस्तुतीकरण किया गया। राजकीय संकेत विद्यालय, लखनऊ एवं समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय, लखनऊ के द्वारा ’’Edison Best Of Waste’’ प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया है।कमलेश मौर्य मृदु, योगेन्द्र बहादुर (आलोक सीतापुरी),विष्णुकांत मिश्रा,मनोज गुप्ता एवं बिन्दु प्रभा ’’अष्टावक कवि सम्मेलन’’ का प्रस्तुतीकरण किया गया है। साथ ही सरकार के विभिन्न जनपदों से आये हुए कवियों द्वारा हिस्सा लिया गया।
राजकीय संकेत विद्यालय, लखनऊ एवं राजकीय प्रयास विद्यालय लखनऊ तथा स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा ’’ज्योति अमगे फैशन शो’’ प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया है। साथ ही राजकीय संकेत विद्यालय, लखनऊ, समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय, लखनऊ सेन्टफ्रांसिस स्कूल फार द हियरिंग इम्पयर्ड, लखनऊ, इन्टीग्रेटेड स्पेशन सेकेन्ड्री स्कूल द्वारा ’’स्टीफन्स हाकिन्स विज्ञान प्रतियोगिता’’ में प्रतिभाग किया गया है।इसके अतिरिक्त लाफटर चैलंज प्रतिभागी मिमिक्री आर्टिस्ट अभय कुमार (दृष्टिबाधित दिव्यांगजन) द्वारा ’दिव्या अनुभूति मेला’ में उपस्थित होकर हास्यास्पद अभिनय का प्रस्तुतीकरण कर दर्शकों का मनोरंजन किया गया।मेले में जनपद लखनऊ सहित अन्य प्रदेशों के विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के स्टाॅल लगाकर दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित किया गया इस प्रकार लगभग 1000 से अधिक व्यक्तियों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। दिव्यांगजनों द्वारा उक्त कार्यक्रम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया गया।