NEET मामले पर सिब्बल ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे को संसद में जोरो-शोरों से उठाएं

नई दिल्ली। नीट परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। विपक्षी दल भी इसमें लगातार धांधली का आरोप लगा रहे हैं। अब राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि सरकार को सभी राज्यों से चर्चा करनी चाहिए कि भविष्य में ये परीक्षा कैसे आयोजित की जाए।

सिब्बल ने कहा कि अगर किसी परीक्षा में टेस्टिंग सिस्टम भ्रष्ट हो जाता है तो प्रधानमंत्री के लिए चुप रहना वास्तव में अच्छा नहीं है। सिब्बल ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए कहा कि वे इस मुद्दे को संसद के आगामी सत्र में जोरो-शोरों से उठाएं। हालांकि, उन्हें इस पर चर्चा होने की ज्यादा उम्मीद नहीं है। वह मानते हैं कि सरकार मामला अदालत में विचाराधीन होने का हवाला देते हुए इसकी अनुमति नहीं देगी।

एनटीए को जवाब देना चाहिए: सिब्बल
कपिल सिब्बल ने कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) में वास्तव में गड़बड़ी है और मीडिया प्लेटफार्मों पर भ्रष्टाचार का खुलासा किया गया है, जैसे कि डॉक्टर बनने के लिए प्रश्न पत्रों का पहले से उत्तर उपलब्ध कराना। उन्होंने कहा, “गुजरात में हुई कुछ घटनाओं ने मुझे हैरान कर दिया है और यह बड़ी राष्ट्रीय चिंता का विषय है। मुझे लगता है कि एनटीए को इनमें से कुछ गंभीर सवालों का जवाब देना चाहिए।”

सिब्बल ने कहा कि इससे भी अधिक आश्चर्यजनक और निराशाजनक बात यह है कि जब भी ऐसा कुछ होता है और वर्तमान सरकार के अंतर्गत भ्रष्टाचार सामने आता है, तो ‘अंध भक्त’ इसके लिए यूपीए को दोषी ठहराना शुरू कर देते हैं। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण यह है इस प्रकार के बयान देने से पहले वह पूरी तरह से शिक्षित नहीं होते हैं।

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