सांस्कृतिक आयोजनों से मनाया जाएगा महाशिवरात्रि महोत्सव
सोनभद्र/डाला – महाशिवरात्रि को नगर के प्राचीन शिवालय श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन इस साल सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विशेष आयोजन करने जा रहा हैं । महाशिवरात्रि पर शुक्रवार की शाम शिव धुन से नगर की आबो हवा शिवमहिमा में गोते लगाएगी। इस बार श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारी जोरों पर हैं। बता दे की महाशिवरात्रि महोत्सव में आमंत्रित कलाकार बेहद खास है। महाशिवरात्रि के अवसर पर जर्मनी के कृस्टन वाइक जो रुद्रवीणा की प्रस्तुति से भारतीय परंपरा की अलौकिक प्रस्तुति देंगे। मुंबई के प्रख्यात युवा कलाकार ऋतु राज भोसले पखवाज की एकल प्रस्तुति देंगे। शिव की नगरी काशी की प्रियंवदा तिवारी भरतनाट्यम नृत्य की प्रस्तुति से महाशिवरात्रि महोत्सव के आयोजन में भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता का रंग प्रस्तुत करेंगी। बनारस के युवा कलाकार अनीश मिश्र सारंगी के धुन से स्वर की पावन गंगा प्रवाहित करेंगे। महाशिवरात्रि के ब्रह्ममुहुर्त चार बजे से सुबह आठ बजे तक प्रातः कालीन की विशेष पूजा होगी। इस दौरान भक्तो के लिए श्री अचलेश्वर महादेव के दर्शन जारी रहेगा। शाम सात बजे महाआरती के बाद महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन समय से शुरू होगा। मंदिर न्यास द्वारा निशा चार प्रहर जो पूरी रात आयोजित होगी। जो महाशिवरात्रि के रात दस बजे से प्रारंभ होगी। इस पूजा में सभी श्रद्धालु रात्रि जागरण से शिव की उपासना करेंगे। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन ने महाशिवरात्रि पर बीते वर्षों से सोनभद्र की आवाम को शास्त्रीय संगीत की शिक्षा से जोड़ने का लगातार प्रयास किया हैं। फाउंडेशन के सचिव चंद्र प्रकाश ने कहा कि हम श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर फाउंडेशन के माध्यम से सोनभद्र को शास्त्रीय संगीत, कला साहित्य की शिक्षा से जोड़ने का प्रयास दशकों से करते आ रहे हैं। हमने भारत के प्रसिद्ध शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक शास्त्रीय संगीत के आयोजनों से लोगों में विलुप्त हो रही शास्त्रीय संगीत की रुचि को फिर से जगाने का प्रयास कर रहे हैं। श्री तिवारी ने आगे कहा की हमने भारत मूर्धन्य कलाकारों के कार्यक्रम से समाज को शास्त्रीय संगीत, कला साहित्य को एक तार में पिरोने का कार्य किया है। इस बार श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम बेहद खास हैं। कार्यक्रम ठीक शाम सात बजे महाआरती के पश्चात शुरू होगा,आयोजन में सभी नगरवासियों को आमंत्रित करता हूं । मैं आशा करता हूं शास्त्रीय संगीत में रुचि रखने वाले सभी श्रोता अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में मौजूद होंगे।