मोहम्मदपुर खाला (बाराबंकी): मोहम्मदपुर खाला गांव मे चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन रात्रि बेला शनिवार को कथावाचक ने श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह, कंस वध का प्रसंग सुनाया। विवाह प्रसंग सुनकर पंडाल में पहुंचे श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य भी किया। नैमिष क्षेत्र से पधारे कथावाचक विमल बल्लभ महाराज ने कंस वध, नंद यशोदा विदाई से लेकर वासुदेवा व माता देवकी को कंस की कैद से मुक्त कराने का प्रसंग भी अपने मुखारविंद से सुनाया। कथावाचक ने कहा कि प्रभु की कृपा के लिए भक्ति की आवश्यकता है।इस दौरान कृष्ण-रुक्मणी की झांकी सजाई गई और संगीतमय भजनों पर पंडाल में पहुंचे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर के झूमे उठे। विवाह उत्सव से पूर्व कथावाचक ने कृष्ण की माखन लीला, सुदामा चरित्र, कंस वध समेत विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने अपने मामा का नहीं बल्कि उसके अहंकार का वध किया। द्वापर युग में जब कंस का अत्याचार बढ़ गया तब भगवान विष्णु ने मनुष्य के रूप में श्री कृष्ण का जन्म लेकर बड़े-बड़े राक्षसों का वध करने के बाद अंत में पापी कंस का वध कर लोगों को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा नरेश के रूप में विराजमान होने के साथ देवी रुक्मणी के संग में धूमधाम से विवाह किया।
कथा वाचक ने ‘आज मेरे श्याम की शादी है.. वो आता होगा वो आता होगा आदि भजनों व श्रीहरि के जयघोष से पूरा पंडाल गूंज उठा। कथावाचक द्वारा उद्देश्य मंत्रोचार के बीच जैसे ही विवाह का कार्य संपन्न हुआ तो श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की कथा के छठे दिन भारी संख्या में श्रोताओं ने कथा का श्रवण किया। इस मौके पर केके बाजपेई, सुदीप बाजपेई,वशिष्ठ चंद्र त्रिवेदी अभिषेक बाजपेई, संजय जायसवाल, सूरज बाजपेई,अंकित बाजपेई, मनीष मिश्रा,मोहित प्रताप सिंह (भोला सिंह) हरिवंश बाजपेई, कृष्ण त्रिवेदी, पप्पू मिश्रा, मयंक बाजपेई, मनोज कुमार सोनी, छोटे बाजपेई, दीपक शुक्ला, अनमोल बाजपेई, सजन मिश्रा, आदि क्षेत्र के सैकड़ो भक्तगण उपस्थित रहे।