महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सियासत तेज हो चली है। शिवसेना नेता और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने अब नया मामला उठाया है। पूर्व सीएम ने कहा कि जब वह यवतमाल में प्रचार करने गए तो यहां पर सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की। उन्होंने सरकारी अधिकारियों से पूछा कि क्या वे पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बैग की जांच करेंगे?
यवतमाल के वानी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब वह हेलीकॉप्टर से वानी पहुंचे तो सरकारी अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से कहा कि वे उनकी जांच करने वाले अधिकारियों की जेब और पहचान पत्र को जांचें। ठाकरे बोले कि मैं चुनाव अधिकारियों से नाराज नहीं हूं। वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। मैं भी अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा। उन्होंने पूछा कि जिस तरह से आपने मेरे बैग की जांच की, क्या आपने मोदी और शाह के बैग की भी जांच की?
उन्होंने कहा कि क्या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस के बैग की जांच नहीं की जानी चाहिए? ये सब फालतू की चीजें चल रही हैं, मैं इसे लोकतांत्रिक नहीं मानता, यह लोकतंत्र नहीं है। क्योंकि लोकतंत्र में कोई बड़ा या छोटा नहीं होता। यदि चुनाव अधिकारी सत्तारूढ़ गठबंधन नेताओं के बैग की जांच नहीं करते हैं, तो शिवसेना (उद्धव) और महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ता उनकी जांच करेंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस और चुनाव आयोग को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि मतदाताओं को भी यह अधिकार है कि जब सत्तारूढ़ दल के वरिष्ठ नेता प्रचार के लिए आएं तो उनके बैग की भी जांच की जाए।
महाराष्ट्र में एमवीए बनाम महायुति
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) से मिलकर बना विपक्षी एमवीए गठबंधन राज्य में सत्ता हासिल करना चाहता है, जो महायुति गठबंधन को चुनौती देता है, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं।