पीलीभीत। योगी सरकार लगातार भ्रष्टाचार को खत्म करने का प्रयास कर रही है।लेकिन पुरनपुर में स्थित उप निबंधन कार्यालय में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी है। इसका अंदाजा लगाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। उप निबंधक कार्यालय में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता है। उप निबंधक कार्यालय में कुर्सी पर बैठे दर्जनों कतिथ कर्मचारी इसका सबूत है। ना कोई आवेदन ना कोई परीक्षा ना कोई कॉल लेटर ना कोई शिक्षा और बन बैठे उप निबंधक कार्यालय के कर्मचारी इन कथित कर्मचारियों की दिनचर्या लगभग सरकारी कार्यालय में तैनात सरकारी कर्मचारियों की जैसी है। बकायदा प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे कार्यालय पर आते हैं। दोपहर में उनके लिए लंच का समय भी निर्धारित कर दिया गया है और कार्यालय बंद होने के उपरांत उपरोक्त कतिथ कर्मचारियो की छुट्टी भी की जाती है। उनके बैठने के लिए कुर्सी और मेज़ की भी व्यवस्था किसी सरकारी कर्मचारी से कम नहीं है।यह सब व्यवस्था प्रभारी रजिस्ट्रार ने कर रखी है।
करें भी क्यों ना इन्हीं कतिथ कर्मचारियों के माध्यम से ही प्रभारी रजिस्ट्रार को आमदनी होती हैं।यह सब एक स्टिंग आपरेशन में सामने आया है। उपरोक्त कथित कर्मचारीयो के हाथ में खेल रहे अधिकारी,कतिथ कर्मचारी कितने बेखौफ होकर घूस मांगने और लेने में जुटे हैं।यह देखकर संवाददाता दंग रह गए। पता चला कि इस उप निबंधक कार्यालय में कोई भी रजिस्ट्री बगैर कमीशन लिए हो ही नहीं सकती यह तो सारा काम ही कतिथ कर्मचारियों की सिफारिश पर है। रजिस्ट्री से लेकर विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र बनवाने तक में प्रभारी अफसर- कतिथ कर्मचारी खुलेआम घूस ले रहे हैं। प्रभारी रजिस्टर और कतिथ कर्मचारियों की कार्यशैली को लेकर जल्द ही नगर के वरिष्ठ भाजपा नेता और वरिष्ठ किसान नेता जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह से मिलकर करेंगे शिकायत और करवाएंगे प्रभारी रजिस्टर सहित अन्य कतिथ स्टाफ की जांच यही उपनिबंधक कार्यालय पूर्व में भी सुर्खियों में रह चुका है।