नई दिल्ली। वित्तीय अपराधों की जांच करने वाली एजेंसी ईडी डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म पेटीएम की ओर से विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन की जांच कर रही है।
सूत्रों ने यह जानकारी दी है। हालांकि, सूत्रों ने यह नहीं बताया है कि ईडी फेमा के कौन से विशेष प्रविधानों के उल्लंघन की जांच कर रही है। विदेश में व्यक्तिगत और कॉरपोरेट हस्तांतरण फेमा के दायरे में आता है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने आरबीआइ से पेटीएम प्लेटफार्म के जरिये किए गए विदेशी लेनदेन की जानकारी मांगी है। एक सूत्र का कहना है कि अभी तक जांच अधिकारी पेटीएम के संपर्क में नहीं है। पेटीएम के खिलाफ जांच के संबंध में ईडी और वित्त मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पेटीएम के प्रवक्ता का कहना है कि फेमा उल्लंघन से संबंधित आरोप निराधार और तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।
किसी भी प्रकार का विदेशी रेमिटेंस नहीं भेजा गया: पेटीएम
प्रवक्ता का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों या वालेट से किसी भी प्रकार का विदेशी रेमिटेंस नहीं भेजा गया है। आरबीआइ ने गत बुधवार को पेटीएम से जुड़े पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से किसी भी प्रकार का जमा स्वीकार नहीं करने का आदेश दिया था।
शेयरों में गिरावट जारी
आरबीआइ की सख्ती के बाद पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में गिरावट का दौर जारी है। सोमवार को बीएसई में कंपनी के शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 438.35 रुपये प्रति इकाई पर बंद हुए। अब तक कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2.5 अरब डालर घट चुका है।
पेटीएम ने वॉलेट कारोबार बेचने की रिपोर्ट खारिज की
पेटीएम ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है जिनमें दावा किया जा रहा था कि आरबीआइ की सख्ती के बाद कंपनी अपने वॉलेट कारोबार को बेचने को लेकर कुछ निवेशकों से बातचीत चल रही है। रिपोर्ट में दावा किया गया था एचडीएफसी बैंक और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज पेटीएम के वालेट कारोबार को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे हैं।
पेटीएम प्रवक्ता ने कहा कि हम बाजार की अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं। हम नियामक के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हैं। हम पेटीएम पेमेंट्स बैंक की ओर से पेश किए गए उत्पादों के साथ एक सहज ग्राहक अनुभव सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।
इससे पहले, पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि कोई छंटनी नहीं होगी और कंपनी आरबीआइ के साथ बातचीत कर रही है।
यूपीआइ सेवाएं जारी रखने के लिए अन्य बैंकों से बातचीत जारी
पेटीएम ने सोमवार को कहा कि वह अपने एप के जरिये यूपीआइ सेवाएं जारी रखने के लिए अन्य बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है। पेटीएम की यूपीआइ सेवाएं पेटीएम पेमेंट्स बैंक के दायरे में आती हैं।
कंपनी प्रवक्ता ने कहा कि पेटीएम पर यूपीआइ सेवाएं सामान्य बनी रहेंगी। हम यूपीआइ सेवा की की निर्बाध निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अन्य बैंकों से जुड़ने के लिए काम कर रहे हैं। उपयोगकर्ताओं को कुछ भी अतिरिक्त करने की आवश्यकता नहीं है।