विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान

  • आज से मनेगा विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवारा

सीतापुर। जनसंख्या स्थिरता पखवारा का आयोजन आगामी 11 से 24 जुलाई के मध्य किया जाएगा। इस बार यह पखवारा “विकसित भारत की नई पहचान। परिवार नियोजन हर दंपति की शान।।” थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस आशय की जानकाीर एसीएमओ डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने बुधवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में मीडिया राउंड टेबल के दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए दी। मीडिया राउंड टेबल का आयोजन पीएफआई संस्था एवं मोबियस फाउंडेशन के सहयोग से किया गया। एसीएमओ ने बताया कि इस दौरान सारथी वाहनों और सास-बहू-बेटा सम्मेलन के जरिये अधिकाधिक लोगों तक परिवार नियोजन की महत्ता का संदेश पहुंचाने का काम किया जाएगा, साथ ही इस पखवारे में हर इच्छुक दंपति को परिवार नियोजन की मनपसंद सेवाएं प्रदान की जाएगी।

एसीएमओ ने बताया कि इस दौरान लक्षित दंपति को परिवार नियोजन की सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पखवारे के दौरान सभी चिकित्सा केंद्रों पर परिवार नियोजन साधनों और सेवाओं की उपलब्धता व मोबाइल प्रचार वाहन के माध्यम से कार्यक्रम के प्रति जागरुक करने के लिए प्रचार कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग परिवार नियोजन के साधनों का लाभ उठाएं।

पीएफआई संस्था के जीपीओ अालोक शुक्ला ने पीपीटी के माध्यम से प्रदेश व जिले के आंकड़ों को लेकर परिवार नियोजन सहित अन्य स्वास्थ्य सूचकांकों को प्रस्तुत किया। इसके साथ ही उन्होंने संस्था के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि जिले की आशा कार्यकर्ताओं एवं सेवा प्रदाताओं को उम्मीद परियोजना द्वारा बनाई गई परिवार नियोजन से संबंधित किट का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा पीएफआई संस्था के द्वारा जिले के दोनों चिकित्सालयों, जिले की नौ सीएचसी एवं पीएचसी पर उम्मीद परामर्श केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा ने बताया कि यह अच्छी बात है कि सीतापुर जिला स्वास्थ्य सूचकांकों में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष मंडल में सर्वाधिक नसबंदी हुई हैं। पीपीआईयूसीडी में जिला पहले और दूसरे स्थान पर रहता है। जिले का टीएफआर लगातार घट रहा है। उन्होंने कहा कि गत वर्षों में इसी जिले में एक दिन में 1600 पुरुष नसंबदी कराई है।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के जिला प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि प्रत्येक आशा कार्यकर्ता के क्षेत्र में कई ऐसे लक्षित दंपति हैं जो बच्चा नहीं चाहते, लेकिन वह परिवार नियोजन का कोई साधन भी इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। इस पखवारे के दौरान ऐसे दंपति तक परिवार नियोजन के ‘बॉस्केट ऑफ च्वाइस’ की जानकारी दी जाएगी, साथ ही आशा कार्यकर्ताओं ने योग्य दंपतियों को छाेटे परिवार के लाभाें के बारे में जानकारी देने के साथ ही उन्हें परिवार नियोजन के अस्थायी साधन खाने की गोलियों के अलावा अंतरा इंजेक्शन और आयूसीडी की जानकारी देकर उन्हें इनमें अपनी सुविधानुसार किसी एक साधन को अपनाने के लिए भी प्रेरित करने का काम किया जाएगा। इस मौके पर सीएमओ कार्यालय में उम्मीद परामर्श केंद्र का प्रतीकात्मक उद्घााटन एसीएमओ डॉ. अनूप श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डिप्टी सीएमओ डॉ. एमएल गंगवार, डॉ. संजय श्रीवास्तव, डीएचआईओ केएन मिश्रा, राजकुमार, आरकेएसके के जिला समंवयक शिवाकांत, काउंसलर रीता दीक्षित, कुलदीप शुक्ला, अंजू और पीएफआई की पूर्णिमा चौधरी, एसएम कबीर आदि मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button