काठमांडू। सहकारी समितियों की बचत निधि के दुरुपयोग की जांच के लिए गठित संसदीय जांच समिति ने शुक्रवार को पूर्व उप प्रधानमंत्री रवि लामिछाने को बयान के लिए तलब किया है। यह पहला मौका है जब किसी घोटाले की जांच के लिए उप प्रधानमंत्री को संसदीय जांच समिति में बयान के लिए बुलाया गया है।
इस संसदीय जांच समिति के अध्यक्ष सूर्य थापा ने बताया कि रवि लामिछाने ने जिन सहकारी समिति के पैसों का लेनदेन किया है, उनके संचालकों को भी बयान के लिए बुलाया गया है। थापा ने बताया कि रवि लामिछाने के साथ ही सूर्यदर्शन सहकारी, सानो पाइला सहकारी और अन्य सहकारी समितियों के संचालकों को बुलाया गया है। लामिछाने को उनके गोरखा मीडिया में गैर कानूनी तरीके से सहकारी समिति में निवेश के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
थापा ने कहा कि गोरखा मीडिया नेटवर्क के प्रबंध निदेशक के रूप में लामिछाने को बयान के लिए बुलाया गया है। संसदीय समिति ने उन्हें कल दोपहर 2 बजे बयान के लिए बुलाया है।
पूर्व उपप्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री रवि लामिछाने पर गोरखा मीडिया के शेयर होल्डर और प्रबंध निदेशक के रूप में विभिन्न सहकारी बैंकों से करोड़ों रुपये का निवेश किया था। लामिछाने पर आरोप यह है कि उन्होंने सहकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए गैर कानूनी तरीके से अपनी मीडिया में निवेश किया था।