30 घंटे तक चली हड़ताल में कासगंज डिपो को लगभग 20 लाख का हुआ घाटा

कासगंज: न्याया संहित की धारा 106(2) के विरोध में देश भर के वाहन चालक हड़ताल पर रहे। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के चालक की हड़ताल के साथ कासगंज डिपो के चालकों ने भी हड़ताल पर रहकर चक्का जाम रखा। 30 घंटे तक चली हड़ताल में कासगंज डिपो को लगभग 20 लाख का घाटा हुआ है। सोमवार दोपहर बाद हड़ताल खुली तो कारोबार सर्दी से प्रभावित हुआ।

गृहमंत्रालय द्वारा हिट एंड रन को लेकर नया कानून बनाया गया है। इस कानून में सड़क हादसे में मौत पर चालक को 10 साल की सजा और जुर्माना का प्रावधान है। इस कानून के विरोध में मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के आहवान पर देश भर में वाहन चालक हड़ताल पर रहे।

छोटे बड़े वाहनों के चालकों हड़ताल पर रहकर सरकार के कानून का विरोध किया और कानून लागू न किए जाने की मांग की। कासगंज डिपो के कर्मचारी भी सोमवार सुबह से ही बसों को डिपो में खड़ी कर हड़ताल पर चले गए। चालकों के हड़ताल पर चले जाने कासगंज डिपो की सभी बसों का संचालन पूरी तरह ठप हो गया।

लगभग 30 घंटे तक चली इस हड़ताल में कासगंज डिपो को 20 लाख रुपये की आर्थिक क्षति हुई है। सोमवार को दोपहर को हड़ताल खुली। गाड़ियों का संचालन शूरू, लेकिन सर्दी और कोहरे के चलते यात्रियों की संख्या न के बराबर रही। लिहाजा मौसम की बेरुखी से भी कारोबार प्रभावित हुआ।

आंकड़े की नजर में-

-कासगंज डिपो के बेड़े में कुल बसें : 95
-निगम की बसें : 63
– अनुबंधित बसें 32

हड़ताल के चलते कासगंज डिपो की सभी 95 बसों का संचालन नहीं हुआ है। हड़ताल खुलने पर संचालन शुरू हुआ तो मौसम ने कारोबार को प्रभावित किया। हड़ताल के चलते लगभग 20 लाख रुपये की आर्थिक क्षति डिपो को हुई है। मौसम के कारण तो प्रतिवर्ष ही कारोबार कम होता है।

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