बिहार की राजधानी पटना में आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुई बैठक

बिहार में आरजेडी के नए बॉस अब तेजस्वी यादव होंगे. आरजेडी में अब तेजस्वी युग की शुरुआत हो गई है. शनिवार को पटना में हुई कार्यकारिणी बैठक में यह फैसला लिया गया. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के संविधान संशोधन वाला प्रस्ताव पास हो गया. पार्टी में जो अधिकार लालू यादव के पास थे वही अब तेजस्वी यादव को भी मिल गए हैं. तेजस्वी यादव अब चुनाव में जिसे चाहे उसे पार्टी का सिंबल दे सकते हैं और पार्टी से जुड़े अहम फैसले भी ले सकते हैं.

राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता ने पार्टी के संविधान में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. कार्यकारिणी की बैठक में न तो प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पहुंचे और न ही उनके सांसद बेटे सुधाकर सिंह पहुंचे. हालांकि, इन नेताओं की अनुपस्थिति ने पार्टी के भीतर एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है. इन दोनों नेताओं की ओर से कोई बयान भी सामने नहीं आया है.

साल के अंत में बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. माना जा रहा है कि आरजेडी ने तेजस्वी को अपना चेहरा बताकर बड़ा दांव चला है. अभी तक के चुनाव में लालू यादव की भूमिका अहम रहती थी क्योंकि पार्टी के सर्वेसर्वा वहीं थे, लेकिन अब तेजस्वी यादव भी फैसले ले सकेंगे. अभी तक जो तेजस्वी यादव पिता के फैसलों पर निर्भर रहते थे, अब वो राजनीति के मैदान में खुलकर बैटिंग करते हुए नजर आएंगे.

कार्यकारिणी की बैठक पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को अव्वल राज्यों में लेकर जाना है. बिहार के लोगों की तरक्की के लिए हमारे पास विजन और पूरा ब्लूप्रिंट है. सभी वर्गों का ख्याल रखा जाएगा. हमने जो काम 17 महीनों में किया वो 18 सालों में नहीं हो पाया.

मीसा भारती बोलीं- तेजस्वी यादव आरजेडी का चेहरा
वहीं, आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जो भी फैसले लिए गए वो बहुत महत्वपूर्ण रहे हैं. चुनाव को ध्यान में रखते हुए ये सारे फैसले लिए गए हैं. तेजस्वी यादव आरजेडी का चेहरा होंगे, उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. जहां तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान की बात हैं तो वो एक बड़े और अनुभवी नेता हैं. लंबे समय से मुख्यमंत्री भी रहे हैं. अगर वे इस तरह के बयान दे रहे हैं तो इस पर क्या कहा जा सकता है? उन पर केवल दया आती है.

तेज प्रताप बोले- नेतृत्व कोई पद या उपाधि नहीं
कार्यकारिणी बैठक के दरमियान लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया. तेज प्रताप ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि नेतृत्व कोई पद या उपाधि नहीं है. यह एक्शन और उदाहरण है. यह पूर्णतावाद के बारे में नहीं है, यह प्रयास के बारे में है. जब आप हर दिन प्रयास करते हैं तो वहीं परिवर्तन होता है. परिवर्तन के लिए अधिक सपने देखें, अधिक सीखें, अधिक प्रयास करें.

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