प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संविधान के 75वें साल पूरे होने के अवसर पर लोकसभा में बहस के दौरान महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया. पीएम मोदी ने नारी शक्ति ने संविधान में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि कई देशों ने महिलाओं को मतदान का अधिकार काफी देर से दिया, लेकिन भारत में संविधान ने महिलाओं को यह अधिकार शुरू में ही दे दिया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा किभारत का लोकतंत्र विश्व के लिए प्रेरक रहा है. इसी वजह से भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जाना जाता है. हम विशाल लोकतंत्र ही नहीं है. हम लोकतंत्र की जननी हैं.
संविधान निर्माण में महिलाओं ने निभाई सशक्त भूमिका
उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के निर्माण में नारी शक्ति ने सशक्त भूमिका निभाई थी. संविधान सभा में 15 महिलाएं सदस्य थी. सभी अलग-अलग बैकग्राउंड की थीं, संविधान में जो-जो सुझाव दिए. उनका संविधान के निर्माण पर बहुत बड़ा प्रभाव रहा था. हमारे यहां शुरुआत से ही महिलाओं को वोट का अधिकार संविधान ने दिया था.
पीएम मोदी ने कहा कि संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया. लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए. हर बड़ी योजना के सेंटर में महिला होती है. संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं. भारत के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला हैं. इस सदन में भी लगातार महिला सांसदों की संख्या बढ़ रही है. मंत्रिपरिषद में भी उनका योगदान बढ़ रहा है
हर क्षेत्र में महिलाएं हैं आगे
पीएम मोदी ने कहा कि आज सामाजिक, आर्थिक या खेल-कूद हो, जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं का प्रतिनिधित्व देश के लिए गौरव दिलाने वाला रहा है. खास कर स्पेश तकनीक में उनके योगदान को हर हिंदुस्तानी गर्व से कर रहा है. इसकी सबसे बड़ी प्रेरणा हमारा संविधान है