नफीस बिरयानी ने गरिरफ्तारी के बाद उगले राज

यूपी में पुलिस मुठभेड़ में जख्मी हुए माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर नफीस बिरयानी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. गिरफ्तार नफीस बिरयानी से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. नफीस के बिरयानी के कारोबार में अतीक और अशरफ के रुपए लगे थे.

नफीस इसी वजह से माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को हर महीने 20 से 30 लाख रुपए तक पहुंचाता था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब नफीस और उसकी बनाई गई फर्म के बैंक खातों की डिटेल खंगाल रही है.

नफीस कई बार अतीक की पत्नी शाइस्ता, बेटे एहजम और आबान को लेकर साबरमती जेल गया था. फ्लाइट का किराया और होटल के खर्च समेत पूरे पैसे नफीस ही खर्च करता था.

डॉक्टर प्रेमिका को लेकर भी गया
इसके अलावा वह अतीक को साबरमती वा अशरफ को बरेली जेल में भी पैसे पहुंचाता था. इसके साथ ही माफिया अतीक अहमद की करेली में रहने वाली डॉक्टर प्रेमिका को लेकर भी गया था.

पुलिस को नफीस के चार बार शाइस्ता और अन्य लोगों को अहमदाबाद ले जाने का रिकॉर्ड मिला है. नफीस माफिया अतीक के परिवार को दो फॉर्च्यूनर गाड़ी से पहले वाराणसी ले जाता था. जहां से फ्लाइट से साबरमती जेल ले जाता था. सारा खर्च नफीस बिरयानी ही उठाता था.

बुधवार 22 नवंबर की रात नवाबगंज के आनापुर इलाके में नफीस की पुलिस से मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी नफीस बिरयानी के पैर में गोली लगी है.

नफीस के खिलाफ सिविल लाइन और धूमनगंज थाने में कुल चार मुकदमे दर्ज हैं. उमेश पाल और दो सरकारी गनर शूटआउट केस में नफीस की क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था.

हालांकि शूटआउट से पहले उसने यह कार रुखसार नाम के शख्स के नाम ट्रांसफर कर दी थी. एनकाउंटर में पुलिस के हत्थे चढ़े नफीस के पास से पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद हुई है इसके साथ ही एक लैपटॉप बैग, दो मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद हुए हैं.

पुलिस को नफीस के मोबाइल से कई अहम क्लू मिल सकते हैं. फिलहाल पुलिस ने नफीस से मिली जानकारी के बाद अपनी जांच तेज कर दी है.

पुलिस ने दो अभियान शुरू किए
उमेश पाल शूटआउट केस के बाद अतीक के अवैध साम्राज्य और गुर्गों का पता लगाने के लिए पुलिस ने दो अभियान शुरू किए हैं.पुलिस ने ऑपरेशन जिराफ और ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया है. ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत ही नफीस बिरयानी की गिरफ्तारी हुई है.

प्रयागराज शहर में ईट आन नाम से बिरयानी रेस्टोरेंट चलाता नफीस अहमद था. बिरयानी कारोबार से जुड़ा होने की वजह से ही नफीस अहमद को नफीस बिरयानी कहा जाता था.

दो दिन पहले पुलिस टीम पर फायरिंग करने के मामले में नफीस के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या-516/2023 धारा-307/411/419/420/467/468/471 आईपीसी व 3/25 आर्म्स एक्ट में दर्ज किया गया है.

पैर में गोली लगी होने की वजह से एस आर एन हॉस्पिटल में नफीस का इलाज किया जा रहा है. डाक्टरों की सलाह के बाद ही नफीस को जेल भेजा जाएगा.

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