कंपाला। युगांडा में दो सप्ताह के भीतर एमपॉक्स के मामलों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार एम्पॉक्स के लिए युगांडा के डिप्टी इंसीडेंट कमांडर अतेक कागिरिटा ने अफ्रीका के विशेषज्ञों को बताया कि मध्य युगांडा में एम्पॉक्स रोग तेजी से फैल रहा है। वह एमपॉक्स पर आयोजित एक महामारी अनुसंधान संगोष्ठी में बोल रहे थे।
बता दें कि इस संगोष्ठी का मकसद एम्पॉक्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे रोकने के बारे में प्रभावित देशों को साथ लाना था।
कागिरिटा ने कहा, वर्तमान में एमपॉक्स के 41 मामलों की पुष्टि की गई है। इनमे से कुछ मरीज अभी आइसोलेशन में हैं। अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है। हमने सभी मामलों पर नजर बनाए हुए हैं।
कार्यक्रम में 100 से अधिक विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए कागिरिता ने कहा, युगांडा के मछली पकड़ने वाले समुदाय अक्सर झीलों के आसपास ही रहते है। नाकासोंगोला (मध्य युगांडा) में मछली पकड़ने वालों की संख्या अधिक है। मछली पकड़ने वाले रात को भी सक्रिय रहते है।
एमपॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। यह मंकीपॉक्स वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह व्यक्ति के निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसमें बुखार, सूजन, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और पीठ दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अगस्त में एमपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बताकर इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। साथ ही इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने की आशंका जताई थी।