नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी शपथ ले चुके हैं. आज (8 दिसंबर) मिजोरम में भी लालदुहोमा सीएम की शपथ ले लेंगे, लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान अब भी सीएम का इंतजार कर रहा है. अभी तक यहां सीएम के नाम फाइनल नहीं हो पाए हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जिसे इन तीनों राज्यों में बहुमत मिला है, वह किसी एक नाम पर फैसला नहीं ले पाई है.
अब तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षक बनाने और उनके जरिये विधायकों की बैठक करा के नाम फाइनल करने की बात कही जा रही है. इससे पहले पिछले तीन दिनों से लगातार पार्टी के सीनियर अफसरों के बीच बैठकों का दौर जारी है, लेकिन कोई अंतिम निर्ण नहीं हो पा रहा है. तीनों ही राज्य में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं और हर दावेदार अलग-अलग तरह से अपनी लॉबिंग में लगा हुआ है. यही वजह है कि पार्टी को नाम फाइनल करने में दिक्कत आ रही है.
राजस्थान में सबसे ज्यादा चुनौती
सीएम पद के लिए कोई एक नाम चुनने में सबसे ज्यादा चुनौती बीजेपी के लिए राजस्थान में है. यहां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे खुलकर सामने हैं, जबकि बाकी दावेदार बैकफुट पर अपनी-अपनी दावेदारी दिखा रहे हैं. दो दिन पहले जिस तरह वसुंधरा राजे ने शक्ति प्रदर्शन किया था, उससे पार्टी की चिंता काफी हद तक बढ़ गई थी. हालांकि वसुंधरा राजे ने बगावत से साफ इंकार कर दिया था और वह गुरुवार (7 दिसंबर)से ही दिल्ली में हैं. दिल्ली में उन्होंने गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा से मुलाकात की. वहीं, खबर है कि शुक्रवार (8 दिसंबर) सुबह वह अमित शाह के घर पहुंचीं और उनसे मुलाकात की.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी तस्वीर साफ नहीं
दूसरी तरफ मध्य प्रदेश और उसके पड़ोरी राज्य छत्तीसगढ़ में भी सीएम को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. हालांकि सबसे मजबूत दावेदारों के नाम जरूर आगे आते जा रहे हैं. फिलहाल मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल रेस में बने हुए हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. इसके अलावा रमन सिंह भी रेस में हैं.