नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) और महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (एमयूएचएस) ने डिजिटल स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एमयूएचएस एनएचए को अपना डिजिटल हेल्थ फाउंडेशन कोर्स पेश करेगा और भारत के डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाते हुए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के रोल-आउट का समर्थन करने वाले कार्यक्रमों का सह-विकास करेगा।
इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि एनएचए और एमयूएचएस के बीच साझेदारी प्रत्येक स्वास्थ्य देखभाल हितधारक के लिए डिजिटल स्वास्थ्य शिक्षा को एकीकृत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और एक अधिक जुड़े और प्रभावी स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र की नींव रखेगी। यह साझेदारी न केवल मेडिकल छात्रों और पेशेवरों के कौशल को बढ़ाएगी, बल्कि एबीडीएम के व्यापक कार्यान्वयन को भी बढ़ावा देगी, जिससे अंततः लाखों भारतीयों को गुणवत्तापूर्ण देखभाल तक बेहतर पहुंच का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि एमयूएचएस द्वारा बनाया गया डिजिटल हेल्थ फाउंडेशन कोर्स, डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को डिजिटल स्वास्थ्य के बुनियादी सिद्धांतों की व्यापक समझ प्रदान करता है। भविष्य में ऐसे और अधिक पाठ्यक्रम विकसित करने का प्रस्ताव है।