ग्रेटर नोएडा में हुई मोटो जीपी बाइक रेसिंग में घपले का आरोप

नोएडा। मोटो जीपी 2023 के आयोजन में अनियमितता की जांच की मांग जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने की है। उन्होंने इस संबंध में मोटो जीपी बाइक रेसिंग के आयोजन के तीन माह बाद ही मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सरकार की ओर से आयोजनकर्ता कंपनी को दी गई धनराशि व अनुबंध का ऑडिट कराने की मांग की थी।

फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने रेस का किया था आयोजन
इन्वेस्ट यूपी ने इस जांच के लिए यमुना प्राधिकरण को अधिकृत किया था, लेकिन अभी तक यमुना प्राधिकरण ने जांच नहीं की है। विधायक ने यमुना प्राधिकरण से जांच रिपोर्ट मांगी है। बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर सितंबर 2023 में पहली बार मोटो जीपी बाइक रेसिंग का आयोजन किया गया था। भारत में फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स ने मोटो जीपी बाइक रेसिंग का आयोजन किया था।

इसके लिए प्रदेश सरकार ने फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स के साथ अनुबंध किया और आयोजन के लिए 18 करोड़ रुपये दिए थे। विधायक ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स को दी गई धनराशि का ऑडिट और अनुबंध की शर्त के पालन की जांच कराने की मांग की है। विधायक ने कहा कि आयोजकों द्वारा बरती गई अनियमितता को देखते हुए जांच कराना जरूरी है।

कई कंपनियों का है बकाया
आयोजनकर्ता कंपनी ने स्पेन की डोरना कंपनी को लाइसेंस शुल्क का 120 करोड़ रुपये भुगतान नहीं किया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यह राशि दिलाने की बात कहकर गुमराह किया जा रहा है। बाइक रेसिंग के लिए ट्रैक तैयार करने वाली कंपनी सॉलिटियर इंजीनियरिंग का छह करोड़, जेपी समूह का 14 करोड़, हाउस कीपिंग और सुरक्षा उपलब्ध कराने वाली कंपनी का पांच करोड़ समेत अन्य कंपनियों का भुगतान बकाया है।

सरकारी पैसे को आयोजनकर्ता कंपनी द्वारा हड़पने की आशंका को देखते हुए ऑडिट होना जरूरी है। विधायक के पत्र पर इन्वेस्ट यूपी के एसीईओ प्रथमेश कुमार ने यमुना प्राधिकरण को जमीनी जांच करने का आग्रह किया था, लेकिन अभी तक यह जांच पूरी नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक 2024 में मोटो जीपी बाइक रेसिंग के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी हैं।

अपेक्षा से कम बिके थे टिकट
शासन स्तर से इस बार भी आयोजनकर्ता कंपनी को राशि जारी होने की संभावना है। फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स के सीओओ पुष्कर नाथ का कहना है कि अधिकतर कंपनियों का बिल भुगतान किया जा चुका है। बिलों का सत्यापन कराया जा रहा है। कुछ कंपनियों ने अधिक राशि के बिल दिए थे, उन्हें सही कराकर भुगतान किया गया। कंपनियों को पचास से साठ प्रतिशत राशि एडवांस में ही दे दी गई थी।

पहली बार मोटो जीपी का देश में आयोजन हुआ। इसमें अपेक्षा से कम टिकट बिके। फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स को आर्थिक नुकसान हुआ है। इसके बावजूद कंपनी सीईओ मीट के जरिये प्रदेश सरकार को 1360 करोड़ रुपये का निवेश अनुबंधन कराने में कामयाब रही है। इस बार आयोजन में दो से तीन हजार करोड़ रुपये निवेश अनुबंध का लक्ष्य रखा गया है।

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