उन्नाव। जिला प्रशासन ऐसी इमारतों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी में हैं, जिनमें वाहन पार्किंग के नाम पर बेसमेंट (भूमिगत हाल) बना कर वहां कोचिंग सेंटर और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। यूएसडीए ऐसे सभी भवनों की जांच करेगा और मानकों के उल्लंंघन पर कार्रवाई करेगा।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव डॉ. नितिन रमेश गोकर्ण के निर्देश पर यूएसडीए (उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण) ने प्राधिकरण क्षेत्र की उन सभी बिल्डिंगों की जांच करेगा, जिनमें वाहन पार्किंग के लिए बेसमेंट का नक्शा पास कराया गया है। उन्हें भी देखा जाएगा जिन्होंने बिना नक्शा पास कराए चोरी छिपे बेसमेंट बनाकर उनका उपयोग वाहन पार्किंग के बजाए अन्य गतिविधियों में ला रहे हैं। दिल्ली में बेसमेंट में चल रही कोचिंग में पानी भरने से छात्रों की मौत के बाद यह सख्ती की गई है।
शहर में 300 से अधिक इमारतें ऐसी हैं जिनमें भारी-भरकम बेसमेंट बनाए गए हैं। इन्हें बनाया तो गया है वाहन पार्किंग के रूप में प्रयोग करने के लिए, लेकिन सभी वाहन पार्किंग के बजाए इनका व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। कहीं, कपड़ों का शोरूम खुला है तो कहीं इलेक्ट्रानिक्स, फर्नीचर आदि का शोरूम चल रहा है। यहां रोजाना काफी संख्या में लोगों की आवाजाही भी रहती है। इन बेसमेंट में अग्नि सुरक्षा के मानक भी पूरे नहीं हैं।
यूएसडीए एई एसके मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों और अग्निशमन अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से ऐसे भवनों की जांच होगी। बताया कि फौरी सर्वे कर ऐसी बिल्डिंगों को देखा गया है। जांच करके नोटिस दी जाएगी। इसके बाद भी सुधार न होने पर कार्रवाई की जाएगी