परामर्शदाताओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन
बाराबंकी। परिवार नियोजन की सेवाओं को और भी बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबियस फाउन्डेषन के वित्तीय सहयोग से पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा उम्मीद परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस क्रम में जिला महिला स्थित सभागार में “परिवार नियोजन में काउंसलर्स की भूमिका और उसके महत्व” विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को किया गया। इस प्रशिक्षण में जिला महिला चिकित्सालय एवं सात ब्लॉक सीएचसी की अर्श काउंसलर, आई0सी0टी0सी0 काउंसलर और स्टाफ नर्स एवं ए0एन0एम0 ने प्रतिभाग किया।
इस मौके पर नोडल अधिकारी परिवार नियोजन डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि उम्मीद परियोजना का उद्देश्य हर इच्छुक दंपति को परिवार नियोजन की मनपसंद सेवाएं प्रदान की जाएं, और अधिक से अधिक लोग परिवार नियोजन के साधनों का लाभ उठाएं। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा जिला महिला चिकित्सालय सहित जिले के सात ब्लॉकों के सीएचसी पर उम्मीद परामर्श केंद्र की स्थापना की जा रही है। इन केंद्रों पर तैनात की जाने वाली काउंसलर्स और स्टाफ नर्स की क्षमतावर्धन करना ही इस कार्यशाला का उद्देश्य है। जिसके फलस्वरूप जन समुदाय में नवीन गर्भ निरोधक साधनों को अपनाएं जाने की दर सुचारु रूप से बढ़े सके जो की उत्तर प्रदेश जनसंख्या पॉलिसी का भी उद्देश्य है।
इस अवसर पर पापुलेषन फाउन्डेषन आफ इन्डिया संस्था के मनका सिंह व जुबैर अन्सारी ने बताया कि पहले चरण में सीएचसी पर उम्मीद परिवार नियोजन परामर्श केंद्र की स्थापना के बाद पीएचसी स्तर तक इन परामर्श केंद्रों की स्थापना की जाएगी। आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने यह भी बताया कि जिले की आशा कार्यकर्ताओं एवं सेवा प्रदाताओं को उम्मीद परियोजना के अंतर्गत मोबियस फाउंडेशन के सहयोग से पीफआई द्वारा परिवार नियोजन से संबंधित किट का वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन मौके पर सीएमओ ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अम्बरीश द्विवेदी, जिला स्वास्थ्य सूचना शिक्षा अधिकारी मानवेन्द्र वर्मा, जिला परिवार नियोजन एवं लॉजिस्टिक प्रबंधक मो0 इमरान, साथ अन्य जिलों से आए संस्था के प्रतिनिधि और जिले से आए 7 ब्लॉक एवं जिला महिला चिकित्सालय के एएफएचएस परामर्शदाता, आई0सी0टी0सी0 परामर्शदाता और स्टाफ नर्स एवं ए0एन0एम0 भी उपस्थित रही।