मुरादाबाद। दिवाली पर्व पर जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को 24 घंटे चालू रखने के लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ने 30 अक्टूबर से 3 नवंबर तक डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी है। इन दिनों में प्रत्येक दिन तीन शिफ्टों में डॉक्टर इमरजेंसी में ड्यूटी करेंगे। पहली शिफ्ट सुबह 8 से दोपहर दो बजे तक रहेगी। दूसरी शिफ्ट दोपहर दो से रात के आठ बजे और तीसरी शिफ्ट की ड्यूटी रात के आठ बजे से सुबह आठ बजे तक रहेगी। इसके अलावा कुछ डॉक्टरों को ऑनकॉल पर भी रखा गया है।
सीएमएस डॉ. संगीता गुप्ता ने बताया कि फिजिशियन, सर्जन, ऑर्थो सर्जन, नेत्र सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ एवं चिकित्सालय के अन्य चिकित्सक अपनी कॉल-डे पर उपस्थित रहेंगे। इन दिनों में स्टाफ नर्स अलफेड हर दिन तीसरी शिफ्ट रात के आठ से सुबह आठ बजे तक इमरजेंसी ड्यूटी पर रहेंगे। सीएमएस डॉ.संगीता गुप्ता ने बताया कि जिला अस्पताल में इमरजेंसी के लिए बर्न केस के लिए अलग से 10 बेड आरक्षित किए गए हैं। सांस के रोगियों के लिए सॉरी वार्ड में 30 बेड आरक्षित कर लिए गए हैं।
वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अब्दुल कादिर अंसारी और डॉ. भवतोष शंखधर के सिंह ने बताया कि पटाखों से सबसे अधिक नुकसान आंखों को होता है। कई मामलों में तो रोशनी तक जाने का खतरा रहता है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका सेन कहती हैं कि आजकल पटाखों में बारूद बहुत इस्तेमाल होता है, जो आंखों के लिए बहुत ही खतरनाक है। इसलिए बारूद वाले पटाखों से परहेज ही कर लें तो अच्छा है।