मुंबई। महाराष्ट्र में विधान परिषद का आज चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले इंडी गठबंधन का इस एमएलसी चुनाव में जोश हाई है। इसी कारण उसने अपने तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग
शिवसेना के संजय गायकवाड़ ने गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से सबसे पहले अपना वोट डाला। 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होना है, हालांकि शिवसेना (यूबीटी) ने मांग की है कि मुंबई में भारी बारिश के कारण इसे एक घंटे के लिए बढ़ाया जाए।
चुनाव में क्रॉस वोटिंग का डर
चुनाव से पहले विभिन्न पार्टियों में क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा था। पार्टियों ने इससे बचने के लिए अपने विधायकों को होटलों में भी ठहरा दिया था।
कांग्रेस के 3 विधायक पार्टी बैठक से गायब
क्रॉस वोटिंग की चर्चाओं के बीच महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा बुलाई गई बैठक में कांग्रेस के 37 विधायकों में से तीन विधायक शामिल नहीं हुए। गुरुवार रात यहां हुई बैठक में जीशान सिद्दीकी, जितेश अंतापुरकर और संजय जगताप अनुपस्थित रहे।
अंतापुरकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी हैं, जो कुछ महीने पहले भाजपा में शामिल हो गए थे, जबकि जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे।
संजय जगताप बैठक में शामिल नहीं हुए, क्योंकि वे ‘वारी’ (वार्षिक तीर्थयात्रा) में थे और मंदिर शहर पंढरपुर जा रहे थे। पार्टी ने कहा कि जगताप ने नेतृत्व को अपनी अनुपस्थिति के बारे में सूचित कर दिया था।
उम्मीदवार को जीत के लिए चाहिए 23 वोट
288 सदस्यीय विधानसभा में अभी 274 विधायक हैं। एमएलसी चुनाव में प्रत्येक विजेता उम्मीदवार को 23 प्रथम वरीयता मतों के कोटे की आवश्यकता होगी। भाजपा ने पांच उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि उसके महायुति सहयोगी शिवसेना और एनसीपी ने दो-दो उम्मीदवार नामित किए हैं।
विपक्ष ने उतारा एक ज्यादा उम्मीदवार
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है, जबकि महा विकास अघाड़ी की उनकी सहयोगी एनसीपी (एसपी) किसानों और कामगार पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के उम्मीदवार का समर्थन कर रही है। एमवीए के पास तीसरे उम्मीदवार को जीताने के जरूरी वोट संख्या नहीं है, लेकिन क्रॉस वोटिंग की संभावना तलाशी जा रही है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में एनसीपी (एसपी) ने दावा किया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी खेमे के कुछ विधायक लोकसभा चुनावों में एमवीए के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद संभावित वापसी के लिए विपक्षी पार्टी के संपर्क में हैं।