विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुंबई में एक समारोह में भारत-अमेरिका संबंधों पर जताया विश्वास

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को मुंबई में आयोजित एक प्रोग्राम में शिरकत की इस अवसर पर उन्होंने अमेरिका में हुए हालिया राष्ट्रपति चुनावों के बाद भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर अपनी बात कही जयशंकर ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद कई देशों में अमेरिकी नीति को लेकर चिंता है, लेकिन भारत ऐसा देश नहीं है उन्होंने भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका के राष्ट्रपतियों के साथ अच्छे संबंध होने के कारण भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत बने रहेंगे

जयशंकर ने अपने संबोधन में पीएम मोदी के कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ तालमेल की प्रशंसा की. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी ने बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के साथ अपने कार्यकाल में अच्छे संबंध बनाए है जयशंकर ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएम मोदी की यह क्षमता, वैश्विक नेताओं के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना, भारत के लिए फायदेमंद रहा है. उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि ट्रंप ने अपनी जीत के बाद पहली तीन कॉल्स में से एक पीएम मोदी को की, जो भारत-अमेरिका के रिश्तों के महत्व को दर्शाता है

तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
जयशंकर ने इतना ही नहीं भारत के आर्थिक विकास पर भी जोर दिया और बताया कि भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और इस दशक के आखिरी तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले दशक में भारत के निर्यात और विदेशी निवेश में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है जयशंकर ने कहा कि विदेश नीति में आर्थिक कूटनीति पर जोर दिया जा रहा है, जिससे राष्ट्रीय विकास और सुरक्षा को बढ़ावा मिलता है

आत्मनिर्भर भारत देश के विकास के लिए जरूरी
भारत के विकास को लेकर जयशंकर ने जोर दिया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ देश के विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है उन्होंने कहा कि भारत को उच्च तकनीक विकसित करनी होगी और शोध एवं नवाचार की क्षमताओं को मजबूत करना होगा जयशंकर के अनुसार, यदि भारत तकनीकी रूप से सशक्त होता है और औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि करता है, तो ही वह वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बने रह सकता है इसके लिए उन्होंने औद्योगिक संस्कृति को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता के महत्व पर बल दिया

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