सोनभद्र। फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी के वसूले गए लाखों रुपए गबन करने के मामले में पुलिस ने कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मैनेजर प्रद्युम्न त्रिपाठी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड एक नामी फाइनेंस बैंक की सब्सिडरी है। जिसका काम समूह बनाकर ग्रामीण और शहरी इलाके की महिलाओं को लोन देना और निम्न ब्याज दर साप्ताहिक ऋण अदायगी करना है।
बताया कि ग्राम निविया, अहरौरा मीरजापुर निवासी आरोपित प्रकाश चंद्र पिछले 14 महीनों से ओबरा शाखा पर कार्यरत था, जिसने फील्ड कलेक्शन के दौरान वसूले गए रुपयों में हेराफेरी कर कंपनी में कम जमा कराये। जब बीते मार्च में हुई मीटिंग के मामले की जांच करने पर पता चला की आरोपित प्रकाश चंद्र वसूला गया रुपया लेकर फरार हो गया है।
जैसे-जैसे जांच की कड़ी खुलती गई तो मालूम चला कि आरोपित प्रकाश चंद्र ने अपने फील्ड के कुल 37 सदस्यों से समय पूर्व भुगतान कराकर कुल 5,73,078 रुपए का गबन किया गया है, जिसके बाद कंपनी के उच्चाधिकारियों ने जब उसके घर वालों से बात की तो उन्होंने रुपए वापस करने के लिए दस दिनों का समय मांगा। कंपनी द्वारा समयावधि बीतने पर दोबारा पूछा गया तो परिवार के लोगों ने पैसा वापस लौटाने से इंकार कर दिया।