सीतापुर जनपद में मनरेगा योजना को भ्रष्टाचार का दीमक चाट रहा है, अधिकतर ग्राम पंचायतों में रात होने के बाद पुरानी फ़ोटो को अपलोड कर हाजिरी दर्ज की जा रही है, इस काम को भी एक योजनाबद्ध तरीके से अंजाम तक पहुचाया जाता है इस पूरे खेल में विकास खंड स्तर के अधिकारियों से लेकर जिला मुख्यालय पर बैठे आलाधिकारी तक सभी सम्मिलित है और सबको सभी हिस्सा भी पहुचाया जाता है, क्योकि मनरेगा में लगने वाली हाज़िरी तब ही मानी जाती है जब दिन में दो बार हाजिरी ऑनलाइन फ़ोटो अपलोड करने का प्रावधान है लेकिन घोटालेबाज रात में एक ही हाजिरी दर्ज करते है व जिम्मेदार अधिकारी उस हाज़िरी को मान्य कर भुगतान भी करा देते है।
विकास खंड महोली की ग्राम पंचायत बरातपुर में मनरेगा से दो कार्य संचालित किए जा रहे है बरातपुर में मॉडल तालाब का जीर्णोद्धार व बरातपुर गांव से महेवा हद तक चकमार्ग पटाई कार्य दोनो ही कार्यो पर 100 श्रमिको की फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है दोनो की कार्यो पर शाम 5 बजे के बाद हाजिरी दर्ज को जा रही है अपलोड की गई फ़ोटो में सभी पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो अपलोड की जा रही है।
ग्राम पंचायत डाडाबाद में मनरेगा से दो कार्य चल रहे है, जी0टी0रोड से रमेश के ट्यूब वेल तक सर्वऋतु कार्य पर 40 श्रमिक व : पीतमपुर पुलिया से बराती के मकान तक इण्टरलाकिंग निर्माण कार्य 12 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है इस ग्राम पंचायत में भी पुरानी फ़ोटो के सहारे मनरेगा कार्य चलाये जा रहे है।
विकास खंड हरगांव की ग्राम पंचायत बेलामऊ कला में प्रदीप से मकान से राजकुमार के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य पर 60 श्रमिको की फर्जी हाज़िरी दर्ज की जा रही है काम बंद होने के बावजूद पुरानी फ़ोटो की फ़ोटो अपलोड कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत पैतला में छोटी नहर से लालाराम के खेत तक मिट्टी पटाई कार्य पर प्रतिदिन लगभग आधा सैकड़ा मनरेगा मजदूरो के मास्टर रोल भरे जा रहे है वही इस कार्य पर अभी तक कुल 492 मानदेय की फर्जी हाजिरी अपलोड की जा चुकी है, जबकि मौके पर कार्य की स्थिति शून्य है, आखिर किसके इशारे पर इतना बड़ा खेल खेला जा रहा है, इंतजार किया जा रहा है कि कब भुगतान हो और बंदरबाँट किया जाए।