बदायूं। सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य ने मानसून सत्र खत्म होने के बाद बुधवार को शहर के एक लॉन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया था। इस दौरान उन्होंने सत्र में पारित हुए विधेयकों की जानकारी दी। साथ ही विपक्ष पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है, जबकि जनता का विश्वास भाजपा जीते बैठी है। साल 2018 में भी विपक्ष ने ऐसा किया था, जबकि अब साल 2023 में यही कर रहा है। जबकि 2029 के चुनाव से पहले भी विपक्ष ऐसा ही करेगा।
बोलीं- बेटी होने के नाते भी घटना की निंदा
जहां तक मेरे पिता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंकने का मामला है, यह भी निंदनीय नहीं है। यह कोई पहली घटना नहीं है, सन 2008 में इस प्रकार की पहली घटना हुई थी। उसके बाद से अक्षर इस प्रकार की घटनाएं होना शुरू हुई हैं।इन घटनाओं को अंजाम देने वाले व्यक्ति अपना ही राजनीति को चमकाने का काम करता है। इससे ज्यादा कुछ नहीं। इस तरह की घटना किसी भी जनप्रतिनिधि के साथ नहीं होनी चाहिये। जो व्यक्ति पकड़ा गया, उसने अपनी राजनीति हित के लिए इस तरह का काम किया होगा, शीर्ष नेतृत्व इस तरह की घटनाओं पर हमेशा खिलाफ रहता है।
संसद का मानसून सत्र के समापन के बाद सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य ने कहा विपक्ष ने किसी भी विषय पर संसद में चर्चा नहीं की। संसद में पीएम मोदी के नेतृत्व में अनेक विधयेक जनहित में पारित हुए एवं विपक्ष के घमंडिया गठबंधन का भामक दुष्प्रचार विफल साबित हुआ है। उनका मकसद सिर्फ हंगामा काटना था। सरकार ने इस सत्र के दौरान 20 नए कानून 21 विधायक पारित किये। प्रेसवार्ता के दौरान जिले के सभी भाजपा नेता उपस्थित रहे।